Move to Jagran APP

डॉक्टर का फर्जीवाड़ा, दो जगह कर रहे थे नौकरी

जागरण संवाददाता, कानपुर : स्वास्थ्य विभाग में फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है। अफसरों की मिलीभगत से

By JagranEdited By: Published: Wed, 01 Nov 2017 03:01 AM (IST)Updated: Wed, 01 Nov 2017 03:01 AM (IST)
डॉक्टर का फर्जीवाड़ा, दो जगह कर रहे थे नौकरी
डॉक्टर का फर्जीवाड़ा, दो जगह कर रहे थे नौकरी

जागरण संवाददाता, कानपुर : स्वास्थ्य विभाग में फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है। अफसरों की मिलीभगत से एक डॉक्टर साल भर से दो स्थानों पर नौकरी करते हुए दोनों जगह से वेतन उठा रहे थे। ग्रीनपार्क स्टेडियम में हुए मैच में डॉक्टर की ड्यूटी लगने पर पोल खुल गई। उर्सला के सीएमएस ने पूरे प्रकरण से शासन को अवगत कराया है। उधर, डॉक्टर ने उर्सला से अपना इस्तीफा दे दिया।

loksabha election banner

यूपी हेल्थ सर्विस स्ट्रेंथनिंग प्रोजेक्ट (यूपीएचएसएसपी) के तहत नवंबर 2016 में आकस्मिक चिकित्सा अधिकारी (ईएमओ) के रूप में डॉ. कीर्तिवर्धन सिंह की उर्सला अस्पताल में संविदा पर तैनाती हुई थी। डॉ. सिंह अक्टूबर 2017 की शुरुआत से उर्सला से अनुपस्थित चल रहे थे। उन्होंने अवकाश की सूचना भी नहीं दी थी। सीएमओ डॉ. अशोक शुक्ला ने गुरुवार को आदेश जारी करके भारत न्यूजीलैंड के बीच ग्रीनपार्क में रविवार को खेले जाने वाले मैच में कई डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई थी। उसमें डॉ. कीर्तिवर्धन की ड्यूटी भी लगी थी। ड्यूटी चार्ट में डॉ. कीर्तिवर्धन का तैनाती स्थल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) बिल्हौर लिखा था। इसकी पुष्टि को उर्सला के सीएमएस डॉ. शैलेंद्र तिवारी ने बिल्हौर सीएचसी के प्रभारी से संपर्क किया तो पता चला डॉ. कीर्तिवर्धन सिंह दो साल से बिल्हौर में तैनात हैं। वहां बतौर फिजीशियन (एमडी, मेडिसिन) बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम देख रहे थे। सीएमएस ने बताया कि मामले का खुलासा होने पर शुक्रवार को ही डॉ. सिंह ने अपना इस्तीफा दे दिया। इस फर्जीवाड़े की जानकारी यूपीएचएसएसपी के हेड डॉ. हर्ष निगम को देने के साथ रिपोर्ट शासन को भी भेजी गई है।

बतौर कंसल्टेंट तैनाती, नौकरी नहीं

इस संबंध में डॉ. कीर्तिवर्धन सिंह अपना पक्ष रखते हुए कहते हैं कि उनकी उर्सला अस्पताल में तैनाती बतौर कंसल्टेंट हुई है। वह यहां नौकरी नहीं कर रहे थे। नौकरी बिल्हौर सीएचसी में ही कर रहे हैं।

तथ्य छिपा हासिल की दूसरी नौकरी

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के प्रभारी डॉ. राजेश कटियार का कहना है कि डॉ. कीर्तिवर्धन सिंह की नियुक्ति सीधे यूपीएचएसएसपी मुख्यालय, लखनऊ से हुई थी। वह दिन में बिल्हौर सीएचसी और रात में उर्सला में बतौर ईएमओ सेवा दे रहे थे। उन्होंने तथ्य छिपाकर दूसरी नौकरी हासिल की है। रिपोर्ट शासन को भेजी जा रही है। शासन के निर्देश पर उनके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी।

बिल्हौर में 42 और उर्सला में मिल रहे थे 50 हजार

डॉ. कीर्तिवर्धन सिंह को बिल्हौर सीएचसी में संविदा तैनाती के रूप में 42 हजार रुपये और उर्सला अस्पताल में 50 हजार रुपये प्रत्येक माह मिल रहे थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.