भटकाएंगी नहीं ये गलियां.. व्हाट एन आइडिया नेताजी
राहुल शुक्ल, कानपुर न सरकारी बैठकें हुई और ना ही योजना-परियोजना का कोई झंझट। सि
राहुल शुक्ल, कानपुर
न सरकारी बैठकें हुई और ना ही योजना-परियोजना का कोई झंझट। सिर्फ एक सोच थी, जो साकार हुई तो विश्वबैंक बर्रा का वार्ड 77 पूरे शहर के लिए नजीर हो गया। क्या हुआ जो यहां नामचीन लोग नहीं रहते, लेकिन अब कोई अनजान नहीं बचा। पूर्व पार्षद ने ऐसा इंतजाम कर दिया है कि इन गलियों में आने वाले बाहरी शख्स भी किसी का पता ढूंढ़ने में भटक नहीं सकता तभी तो क्षेत्रवासियों का दिल दाद देता है-'व्हाट एन आइडिया नेताजी..।'
साउथ सिटी में बसे वार्ड 77 में रहने वालों का मकान ढूंढ़ने के लिए आप को मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी। केवल वार्ड में लगे एरो-साइनेज के सहारे अपने मिलने वालों के घर तक पहुंच सकते हैं। वार्ड 77 विश्वबैंक बर्रा में तीन सेक्टर ए, बी व सी है। इसमें 27 सौ मकान हैं व चालीस हजार लोग रहते हैं। पूर्व पार्षद जितेंद्र सचान ने बताया कि क्षेत्र में आने वाले लोगों को पहले मकान ढूंढने के लिए भटकना पड़ता था। रात में मकान ढूंढना मुश्किल हो जाता था। लोगों की तकलीफ को देखते हुए वार्ड में एक-एक मकान को बताने के लिए एरो लगाए दिए गए हैं। 28 गलियां हैं। हर गली के बाहर एरो लगा है। इसमें पते लिखे हैं, जिन्हें देखकर लोग आसानी से मकान ढू्ढ़ सकते हैं। डेढ़ वर्ष पूर्व लगाए गए साइनेज पर मात्र दस हजार रुपये खर्च करने पड़े। शहर में अकेले इसी वार्ड में यह व्यवस्था है।