Coronavirus Alert : सार्वजनिक स्थलों पर भूल कर भी न थूकें, गंभीर बीमारी न हो तो निगलने से नहीं है नुकसान
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ. सुधीर चौधरी के मुताबिक इधर-उधर थूकने से फैलती हैं कई तरह की बीमारियां।
कानपुर, जेएनएन। कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण को देखते हुए केंद्र से लेकर राज्य सरकार सार्वजनिक स्थान पर थूकने की मनाही कर रही है क्योंकि थूकने से संक्रमण फैलने का अधिक खतरा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि यह गंदी आदत है, इस पर पाबंदी जरूरी है। अगर बाहर निकलने के दौरान आपको कफ, बलगम या थूक आता है तो इधर-उधर थूकने के बजाय निगल सकते हैं, बशर्ते कोई गंभीर बीमारी न हो।
नमी वाली जगह पर थूकने से कई दिनों तक जीवित रहता है वायरस
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के रेस्पेरेटरी मेडिसिन विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ. सुधीर चौधरी का कहना है कि इधर-उधर थूकने से कई तरह की बीमारियां फैलती हैं। इस समय कोरोना वायरस का खौफ है। इसके इतर टीबी और निमोनिया जैसी गंभीर बीमारी भी होती हैं। नमी वाली जगह पर थूकने से वायरस कई दिनों तक जीवित रहता है। इसलिए ऐसा करने से बचना चाहिए। बलगम एक प्रकार का प्रोटीन होता है, इसलिए निगल सकते हैं, पर यदि इसे थूका तो इसके संक्रमण से और लोग भी बीमार हो सकते हैं।
टिश्यू पेपर या प्लास्टिक बैग साथ रखें
डॉ. चौधरी का कहना है कि बार-बार बलगम, पित्त या कफ बनना सामान्य सी बात है। कई बार बीमारी की वजह से होता है। ऐसे लोग घर से बाहर निकलते समय टिश्यू पेपर, पॉलीथिन बैग या प्लास्टिक बॉक्स लेकर चलें। उसमें थोड़ी सी रेत डाल लें, जरूरी होने पर उसमें थूकें। इससे संक्रमण फैलने का खतरा भी नहीं रहेगा।
बीमारी की हालत में निगलने से बचें
डॉ. चौधरी का कहना है कि अगर कोई गंभीर बीमारी है, ऐसे में थूक निकलने से बच कर रहें। इससे कई प्रकार की दिक्कतें हो सकती हैं। वह शरीर के किसी भी भाग पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है।