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फर्रूखाबाद में डीएम ने सीएमओ से कहा-क्या केवल तनख्वाह लेने के लिए ही है स्टाफ

मंगलवार सुबह 10 बजे जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह लोहिया अस्पताल पहुंचे और पंजीकरण काउंटर का निरीक्षण किया। उसके बाद वह सीधे जनऔषधि केंद्र पहुंचे। वहां दवाइयों के बारे में पूछताछ की। उसके बाद वह सीधे आकस्मिक सेवा कक्ष पहुंचे।

By Akash DwivediEdited By: Published: Tue, 14 Sep 2021 05:05 PM (IST)Updated: Tue, 14 Sep 2021 05:05 PM (IST)
फर्रूखाबाद में डीएम ने सीएमओ से कहा-क्या केवल तनख्वाह लेने के लिए ही है स्टाफ
लोहिया अस्पताल की इमरजेंसी में मरीजों से व्यवस्था के बारे में जानकारी लेते जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह

फर्रूखाबाद, जेएनएन। स्वास्थ्य सेवाओं का हाल जानने के लिए जिलाधिकारी सुबह ही डा. राम मनोहर लोहिया जिला चिकित्सालय पहुंच गए। वहां उन्हें अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ा। इस पर उनका पारा चढ़ गया। पीकू वार्ड में कोई बच्चा भर्ती न देख उन्होंने सीएमओ को फोन लगाकर कहा कि Óजब बच्चे भर्ती नहीं करने थे, तो क्या वार्ड देखने के लिए बनवाया है। आपका स्टाफ क्या तनख्वाह लेने के लिए ही है। आराम करने वाले लोग छोड़ दें नौकरी।Ó जिलाधिकारी के यह तेवर देख आसपास मौजूद चिकित्सक सन्नाटे में आ गए। आनन-फानन वार्ड में तीन बच्चों को भर्ती किया गया।

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मंगलवार सुबह 10 बजे जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह लोहिया अस्पताल पहुंचे और पंजीकरण काउंटर का निरीक्षण किया। उसके बाद वह सीधे जनऔषधि केंद्र पहुंचे। वहां दवाइयों के बारे में पूछताछ की। उसके बाद वह सीधे आकस्मिक सेवा कक्ष पहुंचे। वहां व्यवस्थाएं देख बच्चा वार्ड में पहुंचे। यहं भर्ती मरीज कायमगंज के निहाल के तीमारदार ने बताया कि दवाएं बाहर से लिखी गई हैं। पतौंजा की रानी और तरन्नुम की मौसी हिना व जरारी की यासीन की मां नाजनीन ने भी यही शिकायत की। इस पर डीएम ने प्रभारी सीएमएस डा. वीके दुबे से नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि मरीजों को दवाएं अस्पताल से ही उपलब्ध कराई जाएं। दवा वितरण कक्ष में जाकर फार्मासिस्ट सुधाकांत मिश्रा, सतेंद्र कुमार से दवाओं के स्टाक के बारे में पूछा। फार्मासिस्ट ने बताया कि आंखों का ड्राप नहीं है। वाकी कई दवाओं के विकल्प हैं। उसके बाद महिला चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. कैलाश दुल्हानी से अल्ट्रासाउंड की समस्या पर बात की। डा. कैलाश दुल्हानी ने बताया कि रेडियोलाजिस्ट न होने के कारण यह समस्या है। अस्पताल में संविदा पर तैनात महिला रोग विशेषज्ञ डा. श्वेता तिवारी काफी दिन से अनुपस्थित हैं। इस कारण महिला मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा है। जिलाधिकारी ने डा. श्वेता तिवारी के खिलाफ रिपोर्ट भेजने और रेडियोलाजिस्ट के लिए विज्ञापन निकलवाने को कहा।

डीएम की फटकार के बाद पीकू वार्ड में बच्चे भर्ती : जिलाधिकारी की फटकार के बाद लोहिया अस्पताल में बनाए गए पीकू वार्ड में कंपिल के गांव भीमनगर निवासी देवेंद्र की एक वर्षीय पुत्री शिवांगी, शहर के श्यामनगर निवासी महिमा चरन के दो पुत्र आर्यन व आदित्य को पीकू वार्ड में भर्ती कराया गया। यहां भर्ती बच्चों का डा. विवेक सक्सेना व डा. अजय सूद इलाज कर रहे हैं।


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