अनियमित खानपान व जीवनशैली की वजह से बढ़ रहा मधुमेह, जागरुकता से हो सकता बचाव Kanpur News
कानपुर डायबिटीज एसोसिएशन के निश्शुल्क परीक्षण शिविर के उद्घाटन में बोलीं मेडिकल कॉलेज प्राचार्य।
कानपुर, जेएनएन। अनियमित खानपान एवं जीवनशैली की वजह से तेजी से लोग मधुमेह (डायबिटीज) की गिरफ्त में आ रहे हैं। इससे बचाव के लिए जागरुकता जरूरी है। ये बातें रविवार को लाजपत भवन लॉन में आयोजित कानपुर डायबिटीज एसोसिएशन (केडीए) के निश्शुल्क परीक्षण एवं परामर्श शिविर के उद्घाटन के दौरान जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य प्रो. आरती लालचंदानी ने कहीं।
उन्होंने कहा कि ऐसे शिविर से बड़ी संख्या में मधुमेह पीडि़त की पहचान होती है, जो लंबे समय से मधुमेह के साथ जी रहे होते हैं। उन्हें बीमारी का पता ही नहीं चलता है। मधुमेह शरीर को दीमक की तरह खोखला करती है। इसकी वजह से हार्ट, किडनी, आंखों एवं नसों पर तेजी से असर होता है। ऐसे शिविरों का समय-समय पर आयोजन होना चहिए। वहीं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) की अध्यक्ष डॉ. रीता मित्तल ने कहा कि मधुमेह गंभीर समस्या बनती जा रही है।
इसका संपूर्ण शरीर पर असर पड़ता है। मधुमेह का असर गर्भवती एवं गर्भस्थ शिशु पर भी पड़ता है। छोटे बच्चे मधुमेह की गिरफ्त में आ रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र से लेकर शहरी स्वास्थ्य केंद्रों पर गर्भवती की जांच हो रही है। इसलिए उन्हें जागरूक करने की जरूरत है। इस दौरान केडीए की अध्यक्ष डॉ. नंदिनी रस्तोगी, शिविर के संयोजक डॉ. बृज मोहन, सचिव डॉ. भास्कर गांगुली, डॉ. एसी अग्रवाल, डॉ. अनुराग मेहरोत्रा, डॉ. विपिन श्रीवास्तव एवं डॉ. प्रीति आहूजा मौजूद रहीं।
तीन सौ से अधिक का पंजीकरण
शिविर में सुबह 10 बजे तक 300 से अधिक पंजीकरण हो चुके थे। विशेषज्ञों से परामर्श के लिए लंबी लाइन लगी थी। पंजीकरण के उपरांत लंबाई, वजन, बीएमआइ, ब्लड प्रेशर एवं ब्लड शुगर जांच के बाद इंतजार करने के लिए बैठने के इंतजाम किए गए थे। उन्हें बारी-बारी से विशेषज्ञों के पास पहुंचाया जा रहा था।