निशाने पर पीएफ न जमा करने वाले विभाग
दर्जन भर विभागों की चल रही है कर्मचारी भविष्य संगठन में जांच, विभागाध्यक्षों को नोटिस देकर मांगा गया कर्मचारियों को ब्योरा
जागरण संवाददाता, कानपुर: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने करीब दर्जन भर विभागों को निशाने पर ले लिया है। ठेका कर्मचारियों का पीएफ जमा न करने वाले इन विभागों की जांच शुरू की गई है। संबंधित विभागों के विभागाध्यक्षों से कहा गया है कि वे तत्काल उन कर्मचारियों के नाम बताएं जिनके पीएफ का अंशदान जमा नहीं हो रहा है।
डेढ़-दो दशक पहले सरकारी कार्यालयों में ठेके पर कर्मचारी रखने की परंपरा शुरू हुई थी। अधिकांश विभागों में ठेके पर कर्मचारी तैनात हैं लेकिन पीएफ का लाभ नहीं मिल रहा है। जबकि सरकारी विभागों की ओर से ठेका कर्मचारियों की सप्लाई करने वाली कंपनियों को जो रकम दी जा रही है, उसमें पीएफ व ईएसआइ की रकम भी जुड़ी है। ठेकेदार ये रकम कर्मचारियों को न देकर अपनी जेबें भर रहे हैं। इस समय ईपीएफओ ऐसे दर्जन भर विभागों की जांच कर रहा है। दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, बेसिक शिक्षा विभाग और नगर निगम बड़े नाम हैं, जहा कर्मचारियों की संख्या हजारों में और रकम करोड़ों में है। इन विभागों को नोटिस देकर उनसे दस्तावेज मांगे गए हैं, ताकि पता लगाया जा सके कि इन विभागों में कितने कर्मचारी हैं और उनका कितना पीएफ अब तक जमा नहीं हुआ है।
सख्ती के बाद रकम जमा हुई
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की सक्रियता के बाद दलहन अनुसंधान संस्थान ने नौ लाख रुपये पीएफ की रकम जमा कर दी। सीएसए का नौ करोड़ रुपये एकाउंट अटैच करके वसूल लिया गया है।
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इन विभागों को नोटिस
कानपुर विद्युत आपूर्ति कंपनी, केस्को, दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, रेल डाक मेल सेवा, नगर निगम, आर्डिनेंस फैक्ट्री, बेसिक शिक्षा विभाग, जल निगम, जलकल, सीपीडब्ल्यूडी
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यह बेहद दुखद है कि सरकारी दफ्तरों में ठेका कर्मचारियों के हकों की अनदेखी हो रही है। जिनमें शिकायत मिल रही हैं, कार्रवाई की जा रही है।
-वीवीबी सिंह, क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त-1