पनकी में कॉलेज प्रबंधक की निर्मम हत्या, लड़ चुके थे लोकसभा चुनाव Kanpur News
हमलावरों ने बांका-चापड़ से उतारा मौत के घाट फिर गोली भी मारी पड़ोसी पब्लिक स्कूल संचालक भाइयों समेत तीन पर हत्या का आरोप।
कानपुर, जेएनएन। पनकी क्षेत्र में डिग्री कॉलेज प्रबंधक श्रवण कुमार पाल की उनके ही गांव दमगड़ा के बाहर दिनदहाड़े बांका व चापड़ से ताबड़तोड़ वार करहत्या कर दी गई। हमलावरों ने उन्हें गोली भी मारी। वारदात तब हुई, जब वे मंदिर पर हुए भंडारा से गांव लौट रहे थे। परिजनों ने गांव के ही स्कूल संचालक दो सगे भाइयों समेत तीन पर हत्या की रिपोर्ट लिखाई है। गुस्साई भीड़ ने आरोपितों के स्कूल पर पथराव भी किया। पुलिस ने यहीं से हत्या में प्रयुक्त बंदूक बरामद कर ली है। हत्यारोपितों की गिरफ्तारी के लिए छह टीमें लगाई गई हैैं। श्रवण राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के उपाध्यक्ष थे और इसी वर्ष जालौन गरौठा से लोकसभा चुनाव लड़े थे।
दमगड़ा गांव निवासी 55 वर्षीय श्रवण कुमार पाल उर्फ सरवन का गांव में रामऔतार स्मारक इंटर कॉलेज और माता विद्यावती डिग्र्री कॉलेज है। बड़े बेटे देवेंद्र के मुताबिक बुधवार दोपहर पिता अपने दोस्त मेडिकल स्टोर संचालक अनिल उर्फ मौसा के साथ स्कूटी से सिरसई प्रतापपुर स्थित चौडिय़ा माता मंदिर पर आयोजित भंडारे में गए थे। वहां से करीब चार बजे गांव लौट रहे थे।
अनिल बताते हैैं कि क्रासिंग बंद होने से सिंहपुर कछार वाली क्रॉसिंग से आए। रास्ते में डीआर ओम प्रकाश पब्लिक स्कूल के सामने पहुंचे तो स्कूल संचालक अमित पाल व उसके भाइयों धर्मेंद्र व संजय ने रोक लिया। संजय ने बंदूक से हवाई फायर किया। फिर, धर्मेंद्र व अमित ने बांका-चापड़ से सिर व चेहरे पर ताबड़तोड़ प्रहार किए। गोली भी मारी। रोकने पर उसे भी मार डालने की धमकी दी। हत्या से गुस्साए लोगों ने आरोपितों के स्कूल पर पथराव किया। एसएसपी, एसपी पश्चिम कई थानों की पुलिस के साथ पहुंचे।
एसएसपी अनंत देव के मुताबिक धर्मेंद्र, अमित व संजय के पिता ओमप्रकाश पाल की कुछ समय पहले हादसे में मौत हो गई थी। पर, ये लोग इसे श्रवण की साजिश बताते हुए बदला लेने की धमकी दे रहे थे। इसे लेकर गांव में पंचायत भी हुई, लेकिन बात नहीं बनी। बड़े बेटे की तहरीर पर तीनों भाइयों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।