करंट की चपेट में आए आठ वर्षीय बच्चे को बचाने में युवक की मौत, परिवार के अन्य सदस्य झुलसे
सफीपुर कोतवाली अंतर्गत परियर चौकी क्षेत्र के गांव में हुआ हादसा विद्युत पोल से लटकी पतंग का तार पकडऩे पर चपेट में आया युवक आठ वर्षीय बच्चे को बचाने में कई लोग झुलसे सभी लोगों को गंभीर हालत में बिठूर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है
उन्नाव, जेएनएन। पतंग के मांझे के रूप में प्रयोग किया गया लोहे का पतला तार एक युवक की मौत का कारण बन गया। वहीं कई अन्य लोग भी उसकी चपेट में आकर झुलस गए। विद्युत पोल से लटक रही पतंग के तार के संपर्क में आने से युवक की मौके पर मौत हो गई। इतना ही नहीं उसकी मदद करने के लिए आए तीन अन्य लोग भी गंभीर रूप से झुलस गए, जिन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सफीपुर कोतवाली अंतर्गत आने वाले गांव बंदन पुरवा में हाईटेंशन लाइन में लटक रही पतंग में लोहे के हल्के तार को पतंग के मांझा के रूप में इस्तेमाल किया गया था, जिसे मांझा समझ आठ वर्षीय सनी पुत्र लल्लू ने उसे पकड़ लिया। तार पकड़ते ही उसे बिजली का तेज झटका लगा और वह जमीन पर गिरकर तड़पने लगा। करंट इतना हाईवोल्टेज का था कि जब बच्चे को बचाने के लिए 50 वर्षीय सूरज प्रसाद दौड़े तो वे भी करंट की चपेट में आ गए। उन्हें छटपटाता देख 30 वर्षीय लल्लू पुत्र बेनी प्रसाद उन्हें छुड़ाने पहुंचा तो वह भी करंट की चपेट में आ गया। सभी को करंट की चपेट में देख 30 वर्षीय गुडिय़ा भी करंट से झुलस गईं। इसमें सूरज प्रसाद की मौके पर ही मौत हो गई जबकि, अन्य सभी लोगों को गंभीर हालत में बिठूर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, स्वजनों की सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और जांच की। परियर चौकी इंचार्ज केएन पांडेय ने बताया कि जांच कर शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। क्षेत्रीय लेखपाल रामनरायन पाल ने बताया कि घटना स्थल पहुंचकर मौका मुआयना कर लिया है। इसकी रिपोर्ट तहसील अधिकारियों को भेजी गई है।