कागज के फेर में पांच घंटे पड़ा रहा शव
जागरण संवाददाता, कानपुर : जीएसवीएम मेडिकल कालेज के एलएलआर अस्पताल (हैलट) के डॉक्टर, कर्मच
जागरण संवाददाता, कानपुर : जीएसवीएम मेडिकल कालेज के एलएलआर अस्पताल (हैलट) के डॉक्टर, कर्मचारी एवं पुलिस के फेर में पांच घंटे तक शव अस्पताल के बाहर स्ट्रेचर पर पड़ा रहा। कागज के लिए परिवारीजन इमजेंसी मेडिकल आफिसर (ईएमओ) एवं पुलिस के चक्कर लगाते रहे। अंत में डॉयल 100 को सूचना देने पर स्वरूप नगर थाने से आई पुलिस ने शव मच्र्युरी में रखा दिया। शव का पोस्टमार्टम शुक्रवार को नहीं हो सका।
बिधून थाना क्षेत्र के पेन पुरबपारा गांव निवासी शिवकुमार (45) हादसे में घायल हो गए थे। उनके पुत्र शिवम ने बताया कि पहले बिधनू सीएचसी इलाज के लिए ले गए थे। वहां से रीजेंसी हास्पिटल में भर्ती कराया था। वहां इलाज महंगा होने पर एलएलआर अस्पताल ले आए थे। यहां इलाज के दौरान शुक्रवार सुबह आठ बजे मौत हो गई। मेडिको लीगल केस होने के बावजूद डॉक्टरों ने डेथ सार्टिफिकेट जारी करते हुए शव को बाहर निकल दिया। शिवम ने बताया कि पिता का पोस्टमार्टम कराने के लिए अधिकारियों से लेकर हैलट चौकी पुलिस तक की दौड़ लगाते रहे। कोई कुछ सुनने को तैयार ही नहीं था। ऐसे में पांच घंटे तक शव स्ट्रेचर पर ही पड़ा रहा। हर जगह से निराश होकर डायल 100 पर फोन मिलाकर समस्या बताई। इस पर स्वरूपनगर पुलिस ने आकर शव को अस्पताल की मच्र्युरी में रखा दिया। इस संबंध में एलएलआर के प्रमुख अधीक्षक डॉ. आरसी गुप्ता का कहना है कि मैं शहर से बाहर हूं। मुझे किसी तरह की शिकायत नहीं मिली है। आने के बाद इस मामले की पड़ताल कराएंगे।