शहर में चल रही साइबर हैकरों की क्लास, सीख रहे एटीएम को गच्चा देना
दो साल में यहां साइबर अपराध तेजी से बढ़े हैं। शातिरों का खेल अनवरत जारी है।पिछले दिनों पकड़े गए शातिरों से पूछताछ में कई हैरतअंगेज हैकिंग के तरीके सामने आए।
चारुतोष जायसवाल, कानपुर : शहर में स्थापित एटीएम पर साइबर खतरा मंडराने लगा है। इन दिनों शहर में साइबर दहशतगर्दों के प्रशिक्षण कैंप फल-फूल रहे हैं और एटीएम हैकिंग और साइबर अपराध के शातिर मास्टरमाइंड तैयार किए जा रहे हैं। ये पूरे देश में घूम-घूमकर एटीएम से रुपया लूट रहे हैं।
दो साल में तेजी से बढ़ा साइबर क्राइम
वैसे तो झारखंड के जामताड़ा को साइबर अपराध और एटीएम हैकिंग का गढ़ माना जाता है लेकिन चकेरी और महाराजपुर के शातिर उसे भी मात दे रहे हैं। पिछले दो साल में यहां साइबर अपराध तेजी से बढ़े हैं। कई प्रदेशों की पुलिस छापा मारकर यहां से शातिरों को पकड़ चुकी है लेकिन उनका खेल अनवरत जारी है।
बीटेक छात्र से अनपढ़ तक बने हैकर
गिरोह में बीटेक से लेकर अनपढ़ तक शामिल है। रूमा में बैंक ऑफ बड़ौदा के एटीएम से एक माह पहले साथी के साथ रुपये निकालने वाले शातिर बीटेक पास थे। वहीं हाल ही में जेल भेजा गया हाईवे किनारे ढाबा चलाने वाला संचालक अनपढ़ था। सदस्यों को ट्रेनिंग ऐसी मिलती है कि उच्च शिक्षित को भी फेल कर दें।
जानिए, कैसे देते हैं एटीएम को गच्चा
पिछले दिनों पकड़े गए शातिरों से पूछताछ में कई हैरतअंगेज हैकिंग के तरीके सामने आए। करीब ढाई साल पहले एटीएम में रुपये डालने वाली एजेंसी के एक कर्मचारी ने साथियों के साथ रुपये निकालने शुरू किए थे। बाद में वह बाकियों को ट्रेनिंग देने लगा।
सबसे पहले शातिर एटीएम से रुपये निकालते वक्त ऊपर और नीचे के नोट छोड़कर बीच के नोट निकालते थे। इससे सेंसर धोखा खा जाता था। पुलिस को इस तरीके का पता चलते ही दूसरा तरीका ईजाद हुआ, जिसमें मास्टर चाबी से एटीएम पैनल खोलकर पॉवर ऑफ कर शातिर रुपये निकालने लगे। इसकी जानकारी बैंकों को भी नहीं हो सकी थी। हैकिंग के इस खेल में डेढ़ दर्जन शातिर पकड़े जाने के बाद अब शातिर दूसरे प्रदेश का रुख कर रहे हैं।
पुलिस के हत्थे चढ़े चुके कई हैकर
15 दिन पहले पुणे की पुलिस ने गोल्डन और आशू चौहान नाम के दो शातिरों को महाराजपुर के सरसौल से गिरफ्तार किया था। उन्होंने महाराष्ट्र में एटीएम हैकिंग की कई वारदातों को अंजाम दिया था। पुलिस उनके गिरोह के भी कुछ साथियों को पकड़ चुकी है। दो माह पूर्व चकेरी में ढाबा संचालक अर्जुन को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। अर्जुन अपने साथियों के साथ मिलकर प्रदेश के कई जिलों में एटीएम से छेड़छाड़ करके रकम निकालता था। उसकी कई सीसीटीवी फुटेज भी सामने आ चुकी हैं।
कई प्रदेशों में घूमकर करते वारदात
गिरोह पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, ओडिशा, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश, दिल्ली, राजस्थान व बिहार में एटीएम मशीनों से करोड़ों रुपये निकाल चुका है। इसी कारण इन प्रदेशों की पुलिस आए दिन यहां छापेमारी करती है। हाल ही में महाराष्ट्र पुलिस ने महाराजपुर से दो शातिर पकड़े थे। कई हैकरों के वारदात के वक्त के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए। ये वीडियो ही बाहर की पुलिस के लिए मददगार बने थे।
तलाश में आती है गैर प्रांत की पुलिस
कैंट सीओ अजीत चौहान कहते हैं कि एटीएम हैकरों की तलाश में दूसरों प्रदेशों की पुलिस कई बार आई और लोगों को पकड़ा भी है। ज्यादातर मामलों में युवकों के एक-दूसरे को हैकिंग सिखाना सामने आया है।