हो जाएं सावधान, साइबर ठग अब इस तरह फंसा रहे है शिकार Kanpur News
मीठी मीठी बातें करके बैंक ग्र्राहकों के खातों से रकम ट्रांसफर कर लेते हैं।
कानपुर, जेएनएन। साइबर ठग रोज नए-नए तरीकों से बैंक ग्र्राहकों के साथ ठगी कर रहे हंै। आरोपित मीठी-मीठी बातों, धमकी भरे लहजे के अलावा बैंक व कंपनी का अधिकारी बनकर लोगों के खातों से रकम पार कर रहे हैं। ऐसे ही तीन मामले शुक्रवार को सामने आए हैं।
सिम स्वैप कर खाते से उड़ाए 1.88 लाख
स्वरूप नगर के कैलाश कॉटेज बंगला नंबर तीन निवासी किराना कारोबारी नितिश गुप्ता की पत्नी शिवांगी का सिम स्वैप कर साइबर ठग ने उनके खाते से 1.88 लाख रुपये पार कर दिए। नितिश के अनुसार उनकी पत्नी का केनरा बैंक की मॉल रोड शाखा में खाता है। बैंक में दर्ज शिवांगी का मोबाइल नंबर 27 जून को अचानक बंद हो गया। एक हफ्ते बाद उन्होंने टेलीकॉम कंपनी से संपर्क दूसरा सिम चालू करवाया। जिसके बाद दो जुलाई को वह बैंक पासबुक में इंट्री कराने पहुंचे। इस दौरान उन्हें जानकारी हुई कि उनके खाते से 1.88 लाख रुपये पार कर दिए। साइबर सेल प्रभारी लान सिंह ने बताया कि साइबर ठगों ने सिम स्वैप कर रकम निकाली है। ऐसे ही साइबर ठगों के एक गिरोह को पिछले सप्ताह जेल भेजा गया था। संभवत: उसी गिरोह ने इस घटना को किया है।
कोरियर कंपनी का अधिकारी बन पार किए 16 हजार
शास्त्री नगर निवासी बीएससी छात्र साहित्य गर्ग के अनुसार 25 सिंतबर को ब्लू डॉट कंपनी से उनका एक कोरियर हैदराबाद से आना था। पार्सल भेजने वाले ने घर का पता गलत लिख दिया था। जिस कारण उन्होंने गूगल पर कंपनी का टोल फ्री नंबर सर्च कर कॉल की। इस दौरान खुद को कंपनी का कस्टमर केयर अधिकारी बताने वाले व्यक्ति ने उनके मोबाइल पर एक लिंक भेजा। जैसे ही उन्होंने उस लिंक पर क्लिक किया। उनके खाते से 16 हजार रुपये पार हो गए।
फूड डिलीवरी कंपनी का अधिकारी बनकर की ठगी
कौशलपुरी निवासी छात्र अंशदीप सिंह सलूजा ने बताया कि 25 सिंतबर को उन्होंने जोमेटो कंपनी से एक पार्सल मंगाया था। इस दौरान उनके खाते से 60 रुपये ज्यादा कट गए। जिसके बाद उन्होंने गूगल पर जोमेटो कंपनी का टोल फ्री नंबर सर्च कर कॉल किया। इस दौरान कस्टमर केयर अधिकारी द्वारा भेजे गए लिंक पर क्लिक करते ही उनके खाते से 860 रुपये पार हो गए।
टीम व्यूवर एप डाउनलोड कराकर निकाले खाते से 50 हजार रुपये
कल्याणपुर निवासी कुलदीप द्विवेदी को टीम व्यूवर एप डाउनलोड कराने के बाद साइबर ठग ने उनके खाते से 50 हजार रुपये पार कर दिए। कुलदीप ने बताया कि चार माह पहले एलआइसी की बीमा पॉलिसी मैच्योर हो गई थी। जिसके बाद भी खाते में रकम नहीं आने पर उन्होंने बीमा कंपनी से शिकायत की। गुरुवार को खुद को बीमा कंपनी का प्रतिनिधि बताकर उन्होंने खाते में रुपये ट्रांसफर करने की बात कहते हुए टीम व्यूवर एप डाउनलोड करवा लिया। जिसके बाद साइबर ठग ने उनके खाते से 50 हजार रुपये पार कर दिए।