साइबर ठगों ने सिपाही समेत तीन को बनाया शिकार, बैंक खातों से उड़ाई रकम
नजीराबाद थाने में तैनात सिपाही के सैलरी एकाउंट से निकल गए रुपये।
कानपुर, जेएनएन। एक तरफ पुलिस साइबर अपराधियों की धरपकड़ में दिन रात एक कर रही है, दूसरी ओर साइबर ठग रोजाना लोगों को चूना लगा रहे हैं। अब साइबर अपराधियों ने सिपाही समेत तीन लोगों को शिकार बना बैंक खातों से हजारों की रकम पार कर दी। इसमें सिपाही और युवक के साथ एटीएम कार्ड क्लोनिंग की शक है, वहीं साइबर ठगी का शिकार हुई महिला से फोन पर ओटीपी पूछकर खाते से रुपये निकाल लिये। पुलिस ने घटनाओं की रिपोर्ट दर्ज कर छानबीन शुरू की है।
साइबर ठगों ने नजीराबाद थाने के सिपाही सुनील कुमार यादव कैंट पुलिस कालोनी में रहते हैं। उन्होंने बताया कि उनका सैलरी एकाउंट एसबीआइ मुख्य शाखा में है, पांच दिसंबर को खाते से तीन बार में 30 हजार रुपये निकल गए। अगले दिन बैंक जाकर शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। दूसरी घटना पनकी सुंदरनगर निवासी मुनीश कुमार पांडेय के साथ हुई। उनका खाता सेंट्रल बैंक आर्यनगर में है, पांच दिसंबर को उनके खाते से 5500 रुपये निकाल लिये गए। अकाउंट स्टेटमेंट निकलवाया तो पता लगा कि एटीएम कार्ड के जरिए मुंबई के वेस्ट थाणे में रुपये निकाले गए हैं, जबकि कार्ड उनके पास ही मौजूद था।
तीसरी घटना जरौली फेस दो निवासी सुमन यादव के साथ हुई। 27 से 29 नवंबर के बीच उनके यूनियन बैंक के खाते से 70 हजार रुपये निकल गए। सुमन के मुताबिक राहुल तिवारी नाम के एक व्यक्ति ने खुद को लखनऊ का बैंक मैनेजर बताकर फोन किया और एटीएम कार्ड एक्टिव करने की बात कह कार्ड का नंबर व ओटीपी पूछ लिया। इसके बाद खाते से रुपये निकाल लिये गए।