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सीएसजेएमयू करेगा छात्रों की सहूलियत के लिए काम, 24 घंटे अपनी समस्या बता सकेंगे छात्र

जागरण संवाददाता, कानपुर: छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) में पढ़ने वाले हजारों छात्र

By JagranEdited By: Published: Sat, 24 Feb 2018 11:22 AM (IST)Updated: Sat, 24 Feb 2018 11:22 AM (IST)
सीएसजेएमयू करेगा छात्रों की सहूलियत के लिए काम, 24 घंटे अपनी समस्या बता सकेंगे छात्र
सीएसजेएमयू करेगा छात्रों की सहूलियत के लिए काम, 24 घंटे अपनी समस्या बता सकेंगे छात्र

जागरण संवाददाता, कानपुर: छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) में पढ़ने वाले हजारों छात्र-छात्राओं को जल्द हेल्पलाइन की सुविधा मिलेगी। 24 घंटे संचालित रहने वाली इस हेल्पलाइन में छात्र-छात्राएं अपनी समस्याएं बता सकेंगे। इसमें उन छात्र-छात्राओं को अतिरिक्त सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी, जो विश्वविद्यालय परिसर के छात्रावास में रहते हैं। सीएसजेएमयू की कुलपति नीलिमा गुप्ता खुद इस व्यवस्था के लिए कवायद करेंगी। उन्होंने कहा कि यह जानकारी मिली कि छात्रावास में रहने वाले छात्र या छात्रा को जब किसी समय कोई दिक्कत होती है, तो वहां के वार्डन अपनी गाड़ी से उन्हें अस्पताल या किसी चिकित्सक के पास ले जाते हैं। इसके अलावा अन्य परिस्थितियों में भी छात्र-छात्राओं को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बोलीं, पूरे दिन संचालित रहने वाली इस हेल्पलाइन में छात्र-छात्राओं को फौरन मदद की सुविधा मिलेगी। इसके अलावा इसे सीएसजेएमयू की वेबसाइट पर भी अपलोड किया जाएगा।

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गंगा में बढ़ते प्रदूषण को कम करने के लिए भी करेंगे काम

कुलपति नीलिमा ने कहा कि बरेली में रुहेलखंड विवि में सेवारत रहने के दौरान उन्होंने रामगंगा परियोजना को लेकर काफी काम किया। दो माह पहले ही उनका रामगंगा नदी से जुड़ा रिसर्च प्रोजेक्ट (शोध) पूरा हुआ। जिसमें रामगंगा में बढ़ते प्रदूषण के कारण चिन्हित किए गए। कन्नौज के हुल्लापुर तक इस दौरान निरीक्षण रिपोर्ट भी तैयार की। कहा, कानपुर में गंगा की स्थित से हर कोई वाकिफ है, उसमें बढ़ता प्रदूषण चिंताजनक है। नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत होने वाले कार्यो की जानकारी के साथ ही गंगा में बढ़ते प्रदूषण के कारणों का भी पता लगाएंगे।

लाइफ साइंस विभाग से होगी पढ़ाने की शुरुआत: कुलपति ने कहा वह विभिन्न कक्षाओं में जाकर छात्र-छात्राओं के पठन-पाठन की शैली को देखेंगी। अध्यापन का कार्य वह स्वयं भी करेंगी। शुरुआत अपने विषय लाइफ साइंस से करेंगी।


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