देश में विकास को गति देने के लिए तैयार करें युवा वैज्ञानिक
सीएसजेएमयू की कुलपति ने इंडियन साइंस कांग्रेस के राष्ट्रीय सेमिनार को संबोधित किया। कई वैज्ञानिक और शिक्षाविद् ने शिक्षा, स्वास्थ्य और विज्ञान पर किया मंथन।
कानपुर, जेएनएन। छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो.नीलिमा गुप्ता ने कहा है वरिष्ठ वैज्ञानिकों का दायित्व है कि युवा वैज्ञानिकों को तैयार करें ताकि देश के विकास को गति मिल सके। साथ ही नवीन आविष्कार हों और विश्व पटल पर देश का नाम रोशन हो। वह शुक्रवार को इंडियन साइंस के सेमिनार को संबोधित कर रही थीं।
जीटी रोड स्थित डॉ.वीरेंद्र स्वरूप एजूकेशन सेंटर अवधपुरी में शुक्रवार को इंडियन साइंस कांग्रेस कानपुर चैप्टर के राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया, जिसका विषय फ्यूचर इंडिया साइंस एंड टेक्नोलॉजी' था। इसका शुभारंभ दयानंद शिक्षा संस्थान की वरिष्ठ सदस्य कुमकुम स्वरूप ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। सेमिनार में देश के अलग-अलग राज्यों से पहुंचे वैज्ञानिकों व शिक्षाविदों ने शिक्षा, स्वास्थ्य और विज्ञान से जुड़ी आधुनिक तकनीकों पर अपने विचार व्यक्त किए। मेरठ विवि के कुलपति प्रो. केसी पांडेय ने बताया कि आधुनिक समय में जरूरत है कुछ नया सोचने की। कहा, हरित क्रांति के चलते फसलों के उत्पादन में बढ़ोत्तरी को लेकर काम किया जा रहा है।
कोलकाता से आए प्रो.मनोज चक्रवर्ती ने प्रोटीन के स्त्राव से शरीर के विभिन्न भागों पर पडऩे वाले प्रभावों की जानकारी दी। तकनीकी सत्र में हेरीटेज इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से आए प्रो. स्वामी बेदाजानंद ने बायोटेक्नोलॉजी, ग्रीन इंजीनियरिंग, नैनोटेक्नोलॉजी व एडवांस नैनोपार्टिकल्स के विषय में बताया। चितरंजन नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट से आए प्रो. सीके पांडा ने ब्रेस्ट कैंसर पर किए शोध की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नाइट्रिक आक्साइड से भरपूर फल, सब्जियां और भोजन करने से धमनियों के स्रïाव को रोका जा सकता है और कैंसर की भी रोकथाम संभव है। कार्यक्रम में इंडियन साइंस कांग्रेस कानपुर चैप्टर की पुस्तिका का विमोचन किया गया। यहां प्रो. गंगाधर, डॉ.अमित श्रीवास्तव, साधना सिंह, डॉ.अरविंद दीक्षित, प्रोफेसर एन बैरागी, प्रोफेसर सुधीर श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।