सीएसजेएमयू के छात्रों को अगली कक्षा में जाने के लिए देना होगा हलफनामा
जिनके पेपर नहीं हुए उनका फायदा जिन्होंने परीक्षा दी और फेल हुए तो नहीं मिलेगा अगली कक्षा में प्रवेशसीएसजेएमयू की सूची में फेल होने पर स्नातक प्रथम द्वितीय व स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष के छात्रों का रद होगा प्रवेशलॉकडाउन के कारण स्नातक व स्नातकोत्तर की परीक्षाएं बीच में रोक दी थी
कानपुर, जेएनएन। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) ने स्नातक व स्नातकोत्तर के छात्रों को प्रोन्नत करके अगली कक्षा में भेजने का नियम तो बना दिया है लेकिन उन्हें यह दाखिला अस्थायी तौर पर मिलेगा। स्नातक प्रथम, द्वितीय वर्ष व स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष के छात्रों को अगली कक्षा में जाने के लिए हलफनामा देना होगा कि अगर वह विवि द्वारा जारी सूची में अनुत्तीर्ण होते हैं तो प्रवेश रद कर दिया जाए। कई डिग्री कॉलेजों में हलफनामा लेकर छात्रों को अस्थायी प्रवेश देना शुरू कर दिया गया है।
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए हुए लॉकडाउन के कारण स्नातक व स्नातकोत्तर की वार्षिक परीक्षाएं बीच में रोक दी गईं थीं। ऐसे में ज्यादातर विषयों की परीक्षा नहीं हुई थी। विश्वविद्यालय प्रशासन ने अंतिम वर्ष छोड़कर अन्य सभी वर्ष के छात्रों को प्रमोट करने के लिए नियम बना दिया है। इसके अंतर्गत जिन छात्रों के पेपर नहीं हुए हैं उन्हें पास कर अगली कक्षा में भेजा जाएगा, जिनके इक्का-दुक्का पेपर हुए हैं और वह उनमें अनुत्तीर्ण हैं तो उन्हेें फेल माना जाएगा। इस तर्ज पर विवि प्रशासन छात्रों की अलग-अलग सूची तैयार कर रहा है। सत्र समय पर शुरू कराने के लिए उसने कॉलेजों को यह निर्देश दे दिए हैं कि वह सभी छात्रों को अस्थायी प्रवेश दे सकते हैं।
90 फीसद को दिया अस्थायी प्रवेश
पीपीएन डिग्री कॉलेज के प्रवेश प्रभारी डॉ. बीडी पांडेय ने बताया कि 90 फीसद से अधिक छात्र-छात्राओं को अस्थायी प्रवेश दिए जा चुके हैं। स्नातक व स्नातकोत्तर के ऐसे 800 छात्र-छात्राओं को प्रवेश दिया जाना है। इनमें 100 से कम ही छात्र-छात्राएं ऐसे होंगे जिन्होंने अभी संपर्क नहीं किया है।
पांच दिन पहले प्रवेश प्रक्रिया हुई प्रारंभ
एएनडी डिग्री कॉलेज की प्राचार्य डॉ. ऋतंभरा ने बताया कि हलफनामा लेने के बाद छात्राओं को प्रवेश दिया जा रहा है। पांच दिन पहले प्रवेश प्रक्रिया शुरू हुई है। अभी कुछ ही छात्राओं को प्रवेश दिया गया है। डीजी, बीएनडी, हरसहाय, वीएसएसडी, डीएवी व डीबीएस समेत अन्य सहायता प्राप्त व स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों में भी पांच दिन से अस्थायी प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है।