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CSJMU का नया फरमान, एक लाख संबद्धता शुल्क और शिक्षकों को 30 हजार रुपये वेतन दें डिग्री कालेज

छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय द्वारा संबद्ध डिग्री कालेजों में नए सत्र के लिए शिक्षकों का वेतनमान निर्धारित किया गया है। बिना फीस वेतन देने में डिग्री कॉलेज प्रबंधनों को मुश्किल हो सकती है। इनका वेतन छात्र-छात्राओं की फीस से निकलता है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Sun, 01 Aug 2021 08:57 AM (IST)Updated: Sun, 01 Aug 2021 08:57 AM (IST)
CSJMU का नया फरमान, एक लाख संबद्धता शुल्क और शिक्षकों को 30 हजार रुपये वेतन दें डिग्री कालेज
सीएसजेएमयू की कार्य परिषद ने मुहर लगा दी है।

कानपुर, जेएनएन। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय से संबद्ध डिग्री कालेजों में पढ़ाने वाले शिक्षकों को न्यूनतम 30 हजार रुपये प्रतिमाह दिए जाने का निर्णय लिया गया है। पहले नए सत्र 2021-22 के लिए 21 हजार छह सौ रूपये न्यूनतम वेतन निर्धारित किया गया था, जिसे सत्र शुरू होने से पहले ही बढ़ाकर 30 हजार रुपये कर दिया गया है। कार्यपरिषद की बैठक में इस पर मुहर भी लग गई है। हालांकि कालेजों के सामने भी समस्या है कि वह बिना फीस के बढ़ा वेतन कैसे देंगे।

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कार्यपरिषद की बैठक में निर्णय लिया गया है कि डिग्री कालेजों को फीस से होने वाली आय का 75 फीसद शिक्षक, शिक्षणेत्तर कर्मियों के वेतन पर खर्च करना होगा। हालांकि डिग्री कालेज प्रबंधक इस आदेश से खुश नहीं हैं। उनका कहना है कि विज्ञान वर्ग में कम से कम पांच व कला वर्ग में कम से कम सात शिक्षक नियुक्त किए जाते हैं।

इसके अलावा 10 शिक्षणेत्तर कर्मचारी होते हैं। इनका वेतन छात्र-छात्राओं की फीस से निकलता है। कोरोना काल के चलते पहले ही कम फीस मिल रही है। जो शुल्क निर्धारित है वह भी पुराना है। उत्तर प्रदेश स्ववित्तपोषित महाविद्यालय एसोसिएशन के अध्यक्ष विनय त्रिवेदी ने बताया कि शिक्षकों को अच्छा वेतन मिले यह सभी चाहते हैं। सभी कालेज अपनी शिक्षण आय का 75 फीसद वेतन के रूप में देने को तैयार हैं लेकिन शासन और विवि प्रशासन को भी इसमें मदद करनी होगी।

डिग्री कालेजों का संबद्धता शुल्क बढ़ा

सीएसजेएमयू से स्थायी संबद्धता लेने के लिए अब बढ़ा हुआ शुल्क जमा करना होगा। बीए, बीएससी, बीकाम, बीएड और एमएड समेत प्रति संकाय की संबद्धता के लिए उन्हें एक-एक लाख रुपये देने होंगे। इसके अलावा प्रत्येक पांच वर्ष में एक लाख रुपये प्रति संकाय संबद्धता पुनरीक्षण शुल्क भी जमा करना होगा। पहले केवल स्थायी संबद्धता का शुल्क केवल 20 से 25 हजार रुपये के बीच देना पड़ता था। कुलसचिव अनिल कुमार यादव ने सत्र 2021-22 से यह नियम लागू किए जाने का सरकुलर जारी कर दिया है। सीएसजेएमयू से कानपुर नगर, कानपुर देहात, कन्नौज, फर्रुखाबाद, औरैया, इटावा व उन्नाव के करीब आठ सौ स्ववित्तपोषित डिग्री कालेज संबद्ध हैं।


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