CSJMU से संबद्ध स्ववित्तपोषित डिग्री शिक्षकों के लिए खुश खबरी, जुलाई से मिलेगा बढ़ा हुआ वेतन
छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय से संबद्ध स्ववित्तपोषित कॉलेजों की संख्या सात सौ से अधिक है।
कानपुर, [समीर दीक्षित]। छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय सीएसजेएमयू से संबद्ध स्ववित्तपोषित कॉलेजों में पढ़ाने वाले शिक्षकों के लिए खुशखबरी है। जुलाई से उन सभी शिक्षकों को न्यूनतम 20 हजार रुपये प्रतिमाह तक वेतन मिल सकता है, जो विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से अर्हता प्राप्त हैं। पाठ्यक्रमों के हिसाब से वेतनमान भी भिन्न-भिन्न होगा। इस संबंध में शासनादेश जारी हो चुका है, जिसे कुछ दिन पहले ही विश्वविद्यालय की कार्यपरिषद में पारित किया गया है।
एसजेएमयू से संबद्ध स्ववित्तपोषित कॉलेजों की संख्या 700 से अधिक है। ऐसे में माना जा रहा है कि वेतन का लाभ हजारों शिक्षकों को मिलेगा। कई साल से शिक्षक संगठन के पदाधिकारी न्यूनतम वेतन देने की मांग कर रहे थे। ऐसा पहली बार होगा, जब सीएसजेएमयू से संबद्ध कॉलेजों के शिक्षकों को न्यूनतम वेतन मिलेगा। मेरठ, बरेली व लखनऊ विश्वविद्यालय में भी कवायद शुरू हो चुकी है।
आय का 75 फीसद हिस्सा वेतन पर खर्च करना होगा: शासन के आदेश के मुताबिक स्ववित्तपोषित कॉलेज संचालकों को अपनी आय का 75 फीसद हिस्सा शिक्षकों और कर्मचारियों के वेतन पर खर्च करना होगा। अभी तक कॉलेज संचालक शिक्षकों को मनमाना वेतन देते रहे हों, पर अब उन्हें विश्वविद्यालय के आदेश को मानना ही होगा। विश्वविद्यालय प्रशासन ने कॉलेज संचालकों से आय का ब्योरा मांगा है। जानकारी मिलने के बाद शिक्षकों के वेतन संबंधी कवायद को शुरू कर दिया जाएगा और प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा।
10 हजार रुपये होगी बेसिक सैलरी
कुलसचिव डॉ. अनिल यादव ने बताया कि बेसिक सैलरी 40 हजार रुपये रखी जाएगी। इसके बाद पाठ्यक्रम केमुताबिक शिक्षकों का वेतन निर्धारित किया जाएगा।