Mahoba Murder Case: दिवंगत क्रशर कारोबारी के स्वजन ने उठाए एसआइटी की जांच रिपोर्ट पर सवाल
डीजीपी व अपर मुख्य सचिव गृह को दिया शिकायती पत्र कहा-सुबूतों की फाइल और साथ रहने वाली डायरी भी गायब सुबह कबरई थाने पहुंची तीन सीओ की टीम अस्पताल पहुंचाने वाले पिता पुत्र व दो अन्य से ली जानकारी
महोबा, जेएनएन। दिवंगत क्रशर कारोबारी के स्वजन बुधवार को लखनऊ में वहां पुलिस महानिदेशक और अपर मुख्य सचिव गृह से मिले। उन्होंने शिकायती पत्र देकर एसआइटी जांच पर सवाल उठाकर कहा कि निलंबित एसपी के खिलाफ दिए साक्ष्यों का सत्यापन ही नहीं किया गया। आरोपितों की गिरफ्तार न होने पर असंतोष जताया।
कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी के भाई व मुख्य वादी रविकांत त्रिपाठी, भतीजे शरद त्रिपाठी व विनय त्रिपाठी ने बुधवार लखनऊ में डीजीपी हितेशचंद्र अवस्थी और अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी को दिए पत्र में कहा कि महोबा के तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार ने इंद्रकांत त्रिपाठी को रंगदारी के लिए भयभीत किया कि कारोबारी ने पांच सितंबर को मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर जान बचाने की गुहार लगाई। सात सितंबर को जान का खतरा बताते हुए वीडियो व ऑडियो सोशल मीडिया में वायरल किए। आठ सितंबर को वीडियो वायरल कर नौ सितंबर को प्रेस कांफ्रेंस में पुलिस प्रशासन के खिलाफ सुबूत पेश करने की बात की थी। वीडियो वायरल के एक घंटे बाद आशू भदौरिया ने इंद्रकांत के साले ब्रजेश शुक्ल को फोन पर धमकाया। इसके बाद ही कारोबारी गाड़ी में गोली लगने से घायल मिले थे। मुख्य वादी रविकांत ने बताया कि गाड़ी में उस दिन इंद्रकांत के पास सुबूतों की फाइल और हमेशा साथ रहने वाली डायरी थी, जो बाद में पुलिस ने गाड़ी में न मिलने की बात बताई। स्वजन किसी आरोपित की गिरफ्तारी न होने पर असंतोष जताया। उन्होंने स्वजन व दिवंगत कारोबारी के साझेदारों को सुरक्षा देने की भी मांग की।
रेंज एसआइटी ने शुरू की जांच, चार के बयान
क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी मौत मामले में जांच के लिए गठित रेंज एसआइटी (विशेष विवेचना दल) मंगलवार को कबरई पहुंचा। कबरई थाने पहुंचे अधिकारियों ने चार लोगों के पूर्व में दिए गए बयान दोबारा दर्ज किए।
एसआइटी में जांच अधिकारी नियुक्त किए गए सीओ सिटी कालू सिंह, चित्रकूट मॉनिटरिंग सेल के निरीक्षक अरुण कुमार पाठक सुबह करीब 11.30 बजे कबरई थाने पहुंचे जबकि बबेरू के सीओ आनंद कुमार पांडेय बाद में आए। कबरई थाना प्रभारी दीपक पांडेय ने बताया कि इंद्रकांत मामले से जुड़े सभी लोगों को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया जा रहा है। आठ सितंबर को घायल कारोबारी को जिला अस्पताल पहुंचाने वाले अर्जुन ङ्क्षसह व उनके पुत्र सत्यम ङ्क्षसह थाने आए। इसके अलावा घटनास्थल पर पहुंचे और अंकुर और रवींद्र से भी अधिकारियों ने जानकारी ली।, वहीं मामले के मुख्य वादी रविकांत त्रिपाठी के कहीं बाहर होने की सूचना दी गई।
स्वजन की आपत्ति पर गठित की गई टीम
पूरे मामले में वादी व दिवंगत कारोबारी के स्वजन ने एसपी के आरोपित होने पर उनके साथ यहां रहे एएसपी को जांच अधिकारी बनाने पर आपत्ति जताई थी। इसके बाद आइजी जोन द्वारा विशेष जांच टीम का गठन किया था।