गलतियों में करुंगा सुधार, उप्र सीनियर क्रिकेट टीम के लिए ज्ञानेंद्र पांडेय ने कही ये बात
उप्र सीनियर क्रिकेट टीम के अंतरिम कोच ज्ञानेंद्र पांडेय ने कहा यूपी की टीम को शीर्ष पर देखने का लक्ष्य है। टीम के खिलाड़ियों के प्रदर्शन को निखारना है और उनके बीच तालमेल बढ़ाना है ताकि विपरीत परिस्थितियों में भी बेहतर कर सकें।
कानपुर, [अंकुश शुक्ला]। उत्तर प्रदेश सीनियर क्रिकेट टीम के अंतरिम कोच नियुक्त किए गए क्रिकेटर ज्ञानेंद्र पांडेय का एक ही लक्ष्य है, उत्तर प्रदेश टीम को शीर्ष पर देखना। उन्होंने कहा, वह कम समय में टीम के साथ तालमेल बैठा बेहतर परिणाम पर फोकस रखना चाहते हैं। खिलाडिय़ों की उपयोगिता का सही प्रयोग कर टीम को हर फॉर्मेट में संवारना है।
ग्रीनपार्क के हॉस्टल में रहकर क्रिकेट का ककहरा सीखने वाले ज्ञानेंद्र कहते हैं कि मैंने एक खिलाड़ी के रूप में हमेशा ही बेहतर करने की कोशिश की, जिसमें काफी हद तक सफल रहा। कोच का कार्यकाल भी बेहतर रहा। मेरे सिखाए ज्यादातर खिलाडिय़ों ने उत्तर प्रदेश से शुरुआत कर भारतीय टीम तक सफर तय किया। अब उप्र टीम को प्रोत्साहित कर एक बार फिर शीर्ष पर पहुंचाने के लिए आया हूं। पूरी कोशिश रहेगी कि टीम से सैयद मुश्ताक व रणजी में बेहतर करा सकूं। मैच सबके योदान से जीता जाता है। इसलिए मेरा फोकस टीम के हर सदस्य पर होगा।
उन्होंने कहा कि पूरी कोशिश होगी कि गेंदबाज, बल्लेबाज व बेहतर ऑलराउंडर संग टीम मैदान में उतरे। कई बेहतर खिलाड़ी हैं, जो सैयद मुश्ताक अली और रणजी, दोनों ट्रॉफी में टीम को खिताब का दावेदार बनाएंगे। वर्तमान कई ऐसे खिलाड़ी हैं जो सुरेश रैना, आरपी सिंह, कैफ, पीयूष, प्रवीण व भुवनेश्वर सरीखे खिलाडिय़ों के बराबर क्षमता रखते हैं। बस उनके प्रदर्शन को निखारना है और खिलाडिय़ों के बीच तालमेल बढ़ाना है ताकि विपरीत परिस्थितियों में भी बेहतर कर सकें। पिछले सत्र में खिलाडिय़ों से जो गलती हुई, उसमें सुधार करूंगा।
यंग बिग्रेड को टी-20 फॉर्मेट के तुरंत बाद रणजी में परिवर्तित करने के सवाल पर कोच बोले, टीम के कई खिलाड़ी आइपीएल में खेल आए हैं। इसका फायदा जरूर सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के टी-20 फॉर्मेट में मिलेगा। कैंप में अभ्यास मैच खिलाडिय़ों के बीच मुकाबले कराकर उनको रणजी फॉर्मेट के हिसाब से परिवर्तित किया जाएगा। कोविड के चलते लंब समय से मैदान से खिलाडिय़ों के दूर रहने पर कोच ने कहा, सभी की फिटनेस पर खासा ध्यान दिया जाएगा। योग व प्राणायाम के बाद नेट सेशन कराया जाएगा। टूर्नामेंट से पहले शारीरिक व मानसिक रूप से तैयार किया जाएगा। ज्ञानेंद्र पांडेय ने ग्रीनपार्क से जुड़ी हुई अपनी यादों को भी साझा किया। कहा, इस ऐतिहासिक मैदान से खेलकर पहचान हासिल की। इसे कभी नहीं भूल सकता। क्रिकेट हॉस्टल के दिन और यहां खेली यादगार पारियां हमेशा जेहन में रहती हैं।