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क्रिकेट के साथ अन्य खेलों पर ध्यान देने की जरूरत

भारतीय खो-खो टीम की सदस्य कृष्णा यादव बोलीं, विश्व फलक पर नाम कर रहीं भारत की बेटियां, रेलवे स्टेशन पर किया गया अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी का जोरदार स्वागत, कहा, यूपी खेलों का हब, कानपुर प्रतिभाओं का शहर

By JagranEdited By: Published: Mon, 24 Sep 2018 01:49 AM (IST)Updated: Mon, 24 Sep 2018 01:49 AM (IST)
क्रिकेट के साथ अन्य खेलों पर ध्यान देने की जरूरत
क्रिकेट के साथ अन्य खेलों पर ध्यान देने की जरूरत

जागरण संवाददाता, कानपुर : क्रिकेट के साथ अन्य खेलों पर ध्यान देने की जरूरत है, ताकि इनकी ओर लोगों का रुझान हो। ऐसा होगा तो छोटे खेलों का मान बढ़ेगा और खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन हो सकेगा।

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यह बात रविवार को शहर पहुंची अंतर्राष्ट्रीय खो-खो खिलाड़ी कृष्णा यादव ने कही। वे यहां शीलिंग हाउस में चल रही राष्ट्रीय खो-खो प्रतियोगिता का उद्घाटन करने पहुंची थीं। दैनिक जागरण से बातचीत में उन्होंने कहा कि देश की बेटियां विश्व फलक में नाम रोशन कर रही हैं। अगर इन्हें विदेशों की तरह सुविधाएं मिलें और इनकी प्रतिभा में और निखार आएगा। उत्तर प्रदेश को उन्होंने खेलों का हब बताया और कानपुर को प्रतिभाओं का शहर।

अब 35 नेशनल और कई अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व कर चुकीं कृष्णा यादव ने कहा कि पिता मंगेराम का सपना सच करने के लिए उन्होंने खो-खो खेलना शुरू किया था। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय परिवार के साथ दिल्ली के कोच अश्विनी कुमार शर्मा को दिया। इससे पहले कानपुर रेलवे स्टेशन पर उनका स्वागत कानपुर खो-खो संघ के महासचिव अजय शंकर दीक्षित व शहर की खो-खो खिलाड़ियों ने फूल-माला पहनाकर किया। व‌र्ल्ड कप की कर रहीं तैयारी

कृष्णा यादव 2019 में होने वाले व‌र्ल्ड कप की तैयारियों के साथ ही साउथ एशियन खेलों में जीत के लिए कड़ा अभ्यास कर रही हैं। तीन बार राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में बेस्ट खिलाड़ी के रूप में चुनी गई कृष्णा ने कहा कि प्रदेश सरकार को समय-समय पर प्रोत्साहन देकर युवा महिला खिलाड़ियों को आगे बढ़ाना चाहिए।

बाबा के दर्शन के लिए परमट पहुंची

रेलवे स्टेशन से कृष्णा यादव आनंदेश्वर बाबा के दर्शन करने के लिए परमट गई। यहां उन्होंने मां गंगा का भी आशीर्वाद लिया। इसके बाद शीलिंग हाउस स्कूल में जाकर प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। बेटी ने छोटी उम्र में पाया बड़ा मुकाम

पिता मंगेराम ने बताया कि बेटी ने बचपन से ही खो-खो खेलना शुरू कर दिया था। चौथी क्लास में वह स्कूल टीम की कप्तान चुनी गई। महज 12 वर्ष की उम्र में ही वर्ष 2010 में रांची में पहली नेशनल प्रतियोगिता का हिस्सा बनी। उपलब्धियां

मूलरूप से मेरठ की निवासी कृष्णा यादव रोहतक हरियाणा के एमडीयू कॉलेज की छात्रा है। खो-खो में कृष्णा अब तक कुल 45 प्रतियोगिताओं में भाग लिया है। वह लंदन में आयोजित अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भ हिस्सा ले चुकी हैं।


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