कानपुर में बनी देश की पहली बेल्टफेड एलएमजी
देश को धनुष, सारंग और ट्रक माउंट गन जैसे आधुनिक हथियार देने वाले कानपुर में अब बेल्टफेड एलएमजी गन दी है।
जागरण संवाददाता, कानपुर : देश को धनुष, सारंग और ट्रक माउंट गन जैसे आधुनिक हथियार दे चुकी कानपुर की आयुध निर्माणियों ने एक और कदम बढ़ाया है। इस दफा बड़ी उपलब्धि लघु शस्त्र निर्माणी की है। यहां तीन वर्ष की मेहनत से देश की पहली बेल्टफेड लाइट मशीन गन बनाई गई है। जल्द ही इसका परीक्षण शुरू होने जा रहा है।
भारतीय सेना के पास अब तक जो एलएमजी हैं, उनमें तीस राउंड की मैग्जीन लगाई जाती है। मैग्जीन जल्दी खाली होती है, जिसे फिर बदलना होता है। लघु शस्त्र निर्माणी के प्रशासनिक अधिकारी गगन चतुर्वेदी ने बताया कि इजरायल और यूएस की एलएमजी की तर्ज पर एसएएफ कानपुर ने भी ऐसी एलएमजी तैयार कर ली है, जिसमें मैग्जीन की बजाए राउंड वाली बेल्ट लगी है। 7.52 गुणा 51 बेल्टफेड एलएमजी चलाने में बहुत सुविधाजनक है। एक बेल्ट में 256 राउंड होते हैं। एक बेल्ट में हुक से अतिरिक्त बेल्ट भी जोड़ी जा सकती हैं। इसके अलावा फाय¨रग के दौरान बैरल गर्म होने पर बहुत आसानी से उसे तुरंत ही बदला भी जा सकता है। इसकी मारक क्षमता 800 मीटर है। अब तक बेल्ट सिर्फ मीडियम मशीन गन में लगती थी। एसएएफ अधिकारी ने बताया कि अगले माह बेल्टफेड एमएमजी का डेमांस्ट्रेशन ट्रायल होगा।
---
इंटरनेशनल पुलिस एक्सपो में होगी प्रदर्शित
नवविकसित एलएमजी को बीते दिनों चेन्नई में आयोजित इंटरनेशनल डिफेंस एक्सपो में प्रदर्शित किया गया था। वहां इसे काफी सराहा गया। अब 10 और 11 मई को प्रगति मैदान में इंटरनेशनल पुलिस एक्सपो का आयोजन होने जा रहा है। इसमें भी नई एलएमजी प्रदर्शित की जाएगी।