सदन के बाद महापौर के जाते ही पार्षदों में ग्रुप फोटो खिंचवाने की होड़, उड़ीं शारीरिक दूरी के मानकों की धज्जियां
ग्रुप फोटो में चेहरा दिखाने के लिए मुंह से मास्क तक हटा दिया पर्याप्त दूरी के लिए सदन कक्ष की जगह खुले में किया गया था।
कानपुर, जेएनएन। आखिर हुआ वही जिसकी सबको आशंका थी। सदन से महापौर प्रमिला पांडेय के जाते ही ग्रुप फोटो खिंचाने की होड़ में पार्षदों ने शारीरिक दूरी के सभी मानकों की धज्जियां उड़ा दीं। उनकी कुॢसयां जरूर एक से दो मीटर की दूरी पर थीं, लेकिन पार्षद एकदूसरे के गले में हाथ डाले फोटो खिंचाते रहे। यह स्थिति तब थी जब एक दिन पहले ही एक पार्षद की कोरोना पाजिटिव रिपोर्ट आई है।
खुद की सुरक्षा का ध्यान रख 119 में से 54 पार्षद नहीं आए
हालांकि खुद की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए नामित और चुने हुए 119 पार्षदों में से 54 पार्षद सदन में नहीं आए। इसके अलावा सांसद, विधायक, विधान परिषद सदस्य भी सदन में नहीं आए। कार्यकारिणी के चुनाव परिणाम की घोषणा सदन में ही हो सकती है, इसलिए स्थगित सदन को पूरा करने के लिए सदन बुलाना जरूरी था। पार्षद एकदूसरे के बहुत निकट न बैठें, इसलिए खुले मैदान में सदन रखा गया और एक से दो मीटर दूर तक कुॢसयां रखी गईं। सदन चलने तक तो सारी स्थितियां ठीक रहीं। कुछ को छोड़ बाकी सभी कतार में निर्धारित दूरी से बैठे रहे लेकिन जैसे ही सदन खत्म हुआ और महापौर वहां से गईं, पार्षद ग्रुप फोटो खिंचाने लगे। सदन में 66 पार्षद आए थे। इनमें से कई ने फोटो खिंचाने से यह कहते हुए मना कर दिया कि शारीरिक दूरी के नियमों का उल्लंघन ठीक नहीं।
दो दर्जन पार्षद खिंचाते रहे फोटो
इसके बाद भी करीब दो दर्जन पार्षद ऐसे रहे जो अलग-अलग ग्रुप बनाकर फोटो खिंचाते रहे। इस संबंध में महापौर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि दूरी बनी रहे, इसीलिए खुले मैदान में सदन रखा गया था। सभी से पहले से कह दिया गया था कि शारीरिक दूरी के मानकों को मानें। बाकी पार्षद खुद समझदार हैं।