कोविड अस्पताल से कोरोना संक्रमित बंदी फरार, कानपुर पुलिस ने तीन दिन पहले किया था गिरफ्तार
नारायणा अस्पताल से खिड़की की ग्रिल निकालकर कोरोना संक्रमित बंदी के भागने के बाद सुबह पुलिस कर्मियों की शिफ्ट बदलने पर जानकारी हुई।
कानपुर, जेएनएन। लूट के मामले में आरोपित कोरोना संक्रमित बंदी पनकी के नारायणा अस्पताल से रात में खिड़की की ग्रिल निकालकर फरार हो गया। निगरानी में लगे पुलिसकर्मियों की शिफ्ट सुबह बदली तो पता लगा। फरार बंदी को तीन दिन पहले ही बादशाहीनाका पुलिस ने गिरफ्तार किया था। अब अस्पताल में सुरक्षा में कर्मियों में खलबली मची है, वहीं उच्चाधिकारियों ने उसे पकड़ने के लिए पुलिस टीमें लगाई हैं।
ग्वालटोली निवासी 24 वर्षीय कन्हैया कश्यप को 24 जुलाई को लोगों ने नौघड़ा क्षेत्र में कोरियर कंपनी के डिलीवरी ब्वॉय का मोबाइल लूटकर भागते समय पकड़ा था और पिटाई भी की। बादशाहीनाका पुलिस ने गिरफ्तार कर अस्थाई जेल चौबेपुर भेजा था। जहां अन्य बंदियों के साथ ही कन्हैया की भी कोरोना जांच कराई गई। रविवार को रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उसे नारायणा अस्पताल पनकी में शिफ्ट कराया गया।
डॉक्टरों ने उसे दूसरी मंजिल पर एक कमरे में भर्ती किया। निगरानी के लिए परिसर में ही नीचे दो पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए थे। रविवार देर रात कन्हैया अपने कमरे की खिड़की की एक ग्रिल उखाड़कर बाहर निकला और पाइप के सहारे नीचे उतरा और दीवार फांदकर फरार हो गया। ड्यूटी पर लगे पुलिसकर्मियों को इसकी जानकारी तक नहीं हुई। सुबह जब दूसरी शिफ्ट के पुलिसकर्मी पहुंचे तो उन्होंने मेडिकल स्टॉफ से कन्हैया के बारे में जानकारी ली। इस पर एक वार्डब्वॉय देखने पहुंचा।
कमरा अंदर से बंद देख उसने खटखटाया और आवाज दी। जब कोई रेस्पांस नहीं मिला तो कुंडी तोड़कर देखा गया तो कन्हैया गायब था। पुलिस महकमे में खलबली मच गई। एक टीम ग्वालटोली स्थित उसके घर भेजी गई, लेकिन कन्हैया वहां भी नहीं पहुंचा था। एसपी पश्चिम डॉ. अनिल कुमार का कहना है कि फरार हुए बंदी का पता लगाने के लिए कल्याणपुर सीओ के निर्देशन में तीन टीमें लगाई गई हैं। उसके रिश्तेदारों व स्वजन की मदद से तलाश की जा रही है।