कानपुर देहात में लापरवाही की इंतेहा ! स्वास्थ्य कर्मियों की अनदेखी पर स्वजन ने खुद उठाया संक्रमित महिला का शव
Coronavirus Neglignece Health Workers पीपीई किट पहने कर्मियों ने कहा कि अब कोरोना हवा से फैल रहा है छूने से नहीं। ग्लब्स और जूते पहने हैं तो शव एंबुलेंस से उठाकर दूसरे वाहन में रख दें। ऐसी स्थिति में पति और बेटा दोनों ही कोरोना संक्रमित हो सकते हैं।
कानपुर देहात, जेएनएन। Coronavirus Neglignece Health Workers जिला अस्पताल परिसर में बनाए गए कोविड लेवल-टू हॉस्पिटल से रेफर की गई संक्रमित महिला की एंबुलेंस में मौत के बाद रविवार को हद दर्जे की लापरवाही की तस्वीर सामने आई। यहां पीपीई किट से लैस स्वास्थ्य कर्मी दूर खड़े रहे, जबकि मजबूरी में पति और बेटे ने बिना पीपीई किट पहने ही शव उठाने का प्रयास किया। दोनों जब शव नहीं उठा सके तो बेटे के दोस्त ने मेडिकल स्टोर से पीपीई किट खरीदकर उनकी मदद की। इसके बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए जाया गया।
ये है पूरा मामला: डेरापुर निवासी 60 वर्षीय महिला कई दिन से बुखार और जुकाम से पीडि़त थी। कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने पर स्वजन उन्हें जिला अस्पताल लेकर आए, जहां कोविड लेवल-टू अस्पताल में भर्ती किया गया। यहां हालत गंभीर होने पर कानपुर के लिए रेफर किया गया, तभी उनकी मौत हो गई। आरोप है कि पीपीई किट पहने कर्मियों ने कहा कि अब कोरोना हवा से फैल रहा है, छूने से नहीं। ग्लब्स और जूते पहने हैं तो शव एंबुलेंस से उठाकर दूसरे वाहन में रख दें। ऐसी स्थिति में पति और बेटा दोनों ही कोरोना संक्रमित हो सकते हैं। इस जानकारी के बावजूद जिम्मेदार स्वास्थ्य कर्मियों ने लापरवाही बरती।
इनका ये है कहना
- अगर बिना पीपीई किट पहने स्वजन से शव उठवाया गया है तो ये बेहद लापरवाही का काम है। ड्यूटी पर तैनात कर्मियों से जवाब-तलब कर कार्रवाई की जाएगी। - डॉ. वीपी सिंह, सीएमएस।
- पीपीई किट पहने कर्मियों व डॉक्टर को यह काम करना चाहिए था। बिना सुरक्षा शव उठवाना लापरवाही है। जांच कराकर सख्त कार्रवाई की जाएगी। - डॉ. राजेश कटियार, सीएमओ।