मनमानी पर उतरे जमाती, आइसोलेशन वार्ड में फैलाई गंदगी, एक साथ अदा की नमाज
हैलट और उर्सला के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती 31 जमातियों ने नही रखी शारीरिक दूरी डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ का नहीं किया सहयोग।
कानपुर, जेएनएन। निजामुद्दीन मरकज से लौटे तब्लीगी जमात के सदस्य मनमानी कर रहे हैं। गुरुवार को हैलट और उर्सला के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती 31 जमातियों ने वार्ड में इधर-उधर गंदगी फैलाई। डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ के समझाने के बावजूद एहतियात नहीं बरता और शारीरिक दूरी का पालन किए बगैर एक साथ नमाज अदा की। वार्ड में भर्ती अन्य कोरोना संदिग्ध मरीजों की सुरक्षा को देखते हुए सभी जमातियों को देर शाम नारायणा मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। नारायणा आइसोलेशन सेंटर में जमातियों की संख्या 56 हो गई।
समझाने पर भी नहीं बरत रहे एहतियात
तब्लीगी जमात के बाद शहर पहुंचे 22 जमातियों को हैलट के कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अन्य नौ जमाती उर्सला के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती थे। अस्पताल के डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की शिकायत थी कि जमाती किसी भी नियम को नहीं मान रहे हैं। गुरुवार को सभी ने एक साथ बैठकर खाना खाया और वार्ड में इधर-उधर गंदगी फैलाई। समझाने के बाद भी ये अलग-अलग नहीं हुए और इधर-उधर घूमते रहे। दोपहर में सभी ने एक साथ नमाज अदा की। इससे वार्ड के दूसरे कोरोना संदिग्ध मरीजों के लिए खतरा बढ़ गया। चिकित्सकों ने प्राचार्य से इसकी शिकायत की तो उन्होंने जिलाधिकारी और सीएमओ को जानकारी दी। देर शाम सभी को नारायण मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट करा दिया गया।
इनका ये है कहना
जमाती वार्ड में गंदगी फैला रहे थे। शारीरिक दूरी का पालन किए बगैर सभी ने एक साथ नमाज पढ़ी। डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ के प्रति उनका व्यवहार अच्छा नहीं था। इसके बावजूद चिकित्सकों और कर्मियों ने उनकी देखरेख में कोताही नहीं बरती।
- प्रो. आरती लालचंदानी प्राचार्य, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज।
सीएमओ से बातचीत के बाद तब्लीगी जमात के सदस्यों को नारायण मेडिकल कॉलेज शिफ्ट किया गया है। पहले वे वहां जाने को तैयार नहीं थे। इसीलिए इतना वक्त लगा। उनके जाने के बाद पूरे आइसोलेशन वार्ड को सैनिटाइज कराया गया है।
- प्रो. आरके मौर्या, प्रमुख अधीक्षक, हैलट अस्पताल।
तब्लीगी जमात के नौ संदिग्ध यहां भर्ती थे। इन्हें नारायणा मेडिकल कॉलेज शिफ्ट किया है। जमाती न तो डॉक्टरों की बात मान रहे थे और न ही नर्सों की बात सुन रहे थे। इनकी वजह से अन्य कोरोना संदिग्ध मरीजों को परेशानी हो रही थी।
- डॉ. शैलेंद्र तिवारी, सीएमएस, उर्सला अस्पताल।
जमात और संपर्क में आए कुल लोग
75 कोरोना संदिग्ध जमाती किए गए हैं आइसोलेट
25 संदिग्ध नारायणा मेडिकल कॉलेज में भर्ती
22 संदिग्ध हैलट अस्पताल से भेजे गए नारायणा
09 संदिग्ध उर्सला अस्पताल से नारायणा भेजे गए
19 संदिग्ध रामा मेडिकल कॉलेज मंधना में हैं भर्ती
पांडु नगर, किदवई नगर और आजाद नगर के बीमा अस्पतालों में आइसोलेट होंगे संदिग्ध
कोरोना संदिग्धों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य महकमा वैकल्पिक व्यवस्था के तहत शहर के छोटे-बड़े अस्पतालों में कोविड आइसोलेशन वार्ड तैयार करा रहा है। इसके तहत बीमा अस्पताल पांडु नगर में 60, किदवई नगर और आजाद नगर बीमा अस्पताल में 30-30 बेड के कोविड -19 आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं। श्रम एवं स्वास्थ्य सेवाओं के निदेशक प्रेम प्रकाश पाल ने बताया कि कोरोना से जंग के लिए बीमा अस्पताल तैयार है। सैनिटाइजेशन के बाद बेड सुरक्षित कर लिए गए हैं। डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ भी तैनात है। सीएमओ डॉ. अशोक शुक्ल ने बताया कि कर्मचारी राज्य बीमा योजना के निदेशक से बात हो गई है। जरूरत पडऩे पर संदिग्ध वहां भेजे जाएंगे।