थानों में खुले कंट्रोल रूम, बस्तियों में बंटे खाना
लॉकडाउन के दौरान लोगों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए क्या प्रबंध किए जाएं इस संबंध में कलेक्ट्रेट में बैठक की गई। जनप्रतिनधियों ने थानों में कंट्रोल रूम खोलने किसानों को फसल कटाई की छूट देने का सुझाव दिया।
जागरण संवाददाता, कानपुर : लॉकडाउन के दौरान लोगों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए क्या प्रबंध किए जाएं इस संबंध में कलेक्ट्रेट में बैठक की गई। जनप्रतिनधियों ने थानों में कंट्रोल रूम खोलने, किसानों को फसल कटाई की छूट देने का सुझाव दिया।
औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने कहा कि मलिन बस्तियों को चिहित कर वहां लगातार खाना वितरित कराया जाए। किसी भी परिस्थिति में सभी को खाना मिलना चाहिए। जो लोग भोजन बांटना चाहते हैं उन्हें अनुमति दी जाए। सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने कहा कि किसानो को फसल कटाई की अनुमति दी जाए। गांवों में सफाई की व्यवस्था हो। सांसद सत्यदेव पचौरी ने कहा थानों में कंट्रोल रूम होंगे तो लोगों की समस्याओ का निस्तारण आसानी से होगा। डीएम डॉ. ब्रह्मादेव राम तिवारी ने बताया कि सभी लोगों को चिह्नित करते हुए उन्हे भोजन पहुंचाया जा रहा है। विभिन्न स्वयंसेवी संगठन, धाíमक व सामाजिक संस्थाएं भी इस कार्य में लगी हुई हैं जिनके माध्यम से भोजन एकत्रित किया जा रहा है। सभी को खाना मिले इसके लिए केडीए में एक कंट्रोल रूम बनाया गया है। इसकी मॉनीटिरिग केडीए सचिव व उनकी टीम कर रही है। उच्च शिक्षा राज्यमंत्री नीलिमा कटियार ने कहा कि शहर के सभी अपार्टमेंट में रहने वाले लोग अपनी जिम्मेदारी समझें और एक परिवार एक व्यक्ति का खाना बनाकर दें इसके लिए उन्हें प्रेरित किया जाए। निर्धारित समय पर वहां से खाने का पैकेट लेकर वितरण कराया जाए। एमएलसी अरुण पाठक ने कहा कि फसल कटाई की अनुमति के साथ ही अब बिजली के प्रीपेड मीटर बंद न हों यह भी सुनिश्चित किया जाए। गरीब और मजदूरों को रहने के लिए रैन बसेरों, स्कूलों और बरातशालाओं में व्यवस्था की गई है। 110 वार्ड में कम्युनिटी किचन बनाए जा रहे हैं जिनकी मदद से गरीबों तक खाना पहुंचाया जा रहा है।
डीएम ने बताया कि डॉक्टरों की एक सूची जारी की गई है। इसमें मोबाइल वाट्सअप कॉलिग के माध्यम से सीधे मरीजों को सलाह दे रहे हैं। बैठक में विधायक सुरेंद्र मैथानी, भगवती प्रसाद सागर, अमिताभ बाजपेयी, विधायक सोहिल अख्तर अंसारी, विधायक इरफान सोलंकी मौजूद रहे।