हरियाली के अरमानों पर पोती कालिख
गौतम बुद्ध पार्क इंदिरा नगर में ठेकेदार ने हजारों पौधे फेंके, केडीए ने पार्क में भूलभुलैया बनाने के लिए दिया था ठेका, उपाध्यक्ष ने दिए जांच के आदेश, अफसर अभी से दे रहे क्लीनचिट
जागरण संवाददाता, कानपुर : सरकार की मंशा तो हरियाली और बेहतर पर्यावरण की है लेकिन इस काम को अंजाम देने का जिम्मा संभाले लोग इस पर पानी फेर रहे हैं। गौतम बुद्ध पार्क इंदिरा नगर में लगाने के लिए लाए गए पौधों को ठेकेदार ने फिंकवा दिया। कारस्तानी पकड़े जाने के बाद केडीए में खलबली मची है और जांच के आदेश दिए गए लेकिन हरियाली के दुश्मनों के सरपरस्त अफसर अभी से आरोपित को क्लीनचिट देने में जुट गए हैं।
पौधारोपण के नाम पर हो रहे खेल को 'दैनिक जागरण' लगातार उजागर कर रहा है। ऐसा ही एक मामला जागरण ने इंदिरा नगर स्थित पार्क में पकड़ा गया। केडीए ने पार्क में भूलभुलैया बनाने के लिए ठेकेदार को पौधा लगाने का ठेका दिया है। पिछले दिनों ठेकेदार के कर्मचारियों ने पार्क में पौधे लगाए और बचे सैकड़ों पौधों को अन्यत्र लगाने के बजाए पार्क से लगी छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय की बाउंड्री के पीछे फेंक दिया। कई पौधे प्लास्टिक में मिंट्टी के साथ बंधे बाउंड्रीवाल पर रखे हैं। क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि यह पौधे पार्क की बाउंड्रीवाल के बगल में या सामने भी लगाए जा सकते थे। यहां पर्याप्त जगह है लेकिन अफसर व ठेकेदार सरकार की मंशा पर पानी फेर रहे हैं। लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई की जाए। मामला सामने आने पर केडीए उपाध्यक्ष किंजल सिंह ने सचिव केपी सिंह को जांच के आदेश दिए। सचिव ने बताया कि ठेकेदार ने 50 पौधे सूखने पर फेंकने की बात कहीं है। टीम भेजकर जांच कराएंगे और रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को देंगे।