पटरी पर रखीं सीमेंट की जमी बोरियां, पुष्पक एक्सप्रेस पलटाने की साजिश नाकाम
कानपुर-झांसी रेल रूट पर उरई के चौरसी के पास पटरी पर रखी थी बोरी में जमी सीमेंट। टकराते हुए गुजर गई ट्रेन, आरपीएफ के सीनियर कमांडेंट ने मौके पर की जांच।
कानपुर (जेएनएन)। कानपुर-झांसी रेल रूट पर उरई के चौरसी के पास शनिवार रात पुष्पक एक्सप्रेस को पलटाने की साजिश रची गई थी। पटरी पर दो बोरी जमी सीमेंट और पत्थर का टूटा पोल रखा गया था। तेज रफ्तार से पुष्पक एक्सप्रेस पत्थर से टकराते हुए गुजर गई। गनीमत रही कि हादसा नहीं हुआ। साजिश नाकाम हो गई। ट्रेन के चालक ने कंट्रोल रूम को इसकी जानकारी दी। अधिकारियों ने मौके पर जाकर जांच की। आरपीएफ सीनियर कमांडेंट ने आतंकी साजिश होने की बात से इन्कार किया है। कहा कि यह शरारती तत्वों का काम है।
घटना शनिवार की रात करीब डेढ़ बजे हुई। पुष्पक एक्सप्रेस कानपुर की तरफ से आ रही थी। इसी दौरान किलोमीटर संख्या 1249 पटरियों पर पड़े पत्थरों से टकराकर ट्रेन गुजर गई। बाद में ट्रेन के चालक ने डिप्टी एससी मिश्रा को घटना के बारे में बताया। उन्होंने आरपीएफ को सूचना दी। जांच पड़ताल के दौरान आशंका जताई गई कि यह हरकत ट्रेन पलटाने की योजना के तहत की गई थी। रविवार को मौके पर निरीक्षण करने पहुंचे सीनियर कमांडेंट रमेश चंद्रा ने कहा कि इस बात की जांच की जाएगी कि पटरियों पर किसने पत्थर डाले थे। फिलहाल जल्दबाजी में आतंकी साजिश नहीं कहा जा सकता है।