केंद्रीय ग्राम्य विकास राज्यमंत्री के सामने आई हकीकत, कनेक्शन मिला पर बिजली नहीं
सौभाग्य योजना से घरों में बिजली कनेक्शन भले ही मिल गए हों लेकिन बहुतेरों का दुर्भाग्य है कि बिजली अब तक नहीं मिली है
जेएनएन, कानपुर : गरीबों और ग्रामीणों के लिए चलाई गई तमाम योजनाओं की जमीन पर भाजपा चुनावी रथ दौड़ाना चाहती है, लेकिन राह में अभी कंकर-पत्थर भी हैं। योजनाओं की हकीकत परखने आए केंद्रीय ग्राम्य विकास राज्यमंत्री रामकृपाल यादव के सामने ऐसी बानगी आ भी गई। सौभाग्य योजना से घरों में बिजली कनेक्शन भले ही मिल गए हों, लेकिन बहुतेरों का दुर्भाग्य है कि बिजली अब तक नहीं मिली है।
केंद्रीय राज्यमंत्री रामकृपाल यादव बिठूर स्थित रमेल नगर गांव में केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं की स्थिति देखने पहुंचे। पहले ग्रामीणों को सभी योजनाओं की जानकारी दी। फिर पेंशन, प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्जवला योजना, आयुष्मान भारत योजना आदि के बारे में ग्रामीणों से सीधे सवाल-जवाब किया। मोहम्मद शरीफ, माया देवी, रामप्यारी, सुमन, राधा समेत कई ग्रामीणों से जानकारी ली। गांव की रामप्यारी ने बताया कि सौभाग्य योजना से बिजली का कनेक्शन मिल गया। घर में मीटर लगा दिया गया, लेकिन आपूर्ति अब तक शुरू नहीं है। खंभे से कनेक्शन नहीं जोड़ा गया है। मंत्री ने डीवीडीएनएल के एसडीओ अनिल आहूजा को निर्देश देकर तुरंत कनेक्शन जुड़वाया। जब जागरण ने इसकी हकीकत कुरेदने का प्रयास किया तो ग्राम प्रधान राहुल मिश्रा ने बताया कि सौभाग्य योजना से गांव में 300 घरों में कनेक्शन हुए, जिनमें से लगभग सौ की लाइन खंभों से नहीं जुड़ सकी है।
झूठे और मक्कारों की थी पिछली सरकार
यहां मंच से भाषण में केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार पढ़ाई, कमाई, दवाई सब दे रही है। हमारी सरकार सच्चे लोगों की सरकार है। इसके पहले झूठे और मक्कार लोगों की सरकार थी। इस दौरान विधायक अभिजीत सिंह सांगा, जिला विकास अधिकारी पीके यादव, डीसी मनरेगा अशोक सिंह, डीपीआरओ सर्वेश पांडेय, परियोजना निदेशक केके पांडेय आदि थे
खुर्शीदा के बेटे को गोद में खिलाया, महिलाओं ने कहा शराब बंद हो
मंत्री ने गांव के कुछ घरों में जाकर भी लाभार्थियों से योजनाओं की जानकारी ली। गांव की महिला खुर्शीदा के घर पहुंचे और उनके चार साल के बेटे शादाब को गोद में उठाकर दुलारा भी। यहीं महिलाओं ने प्रदेश में शराब पर प्रतिबंध की मांग भी की। कहा, शराब लोगों की मौत का कारण बन रहा है।