जुलूस ए मोहम्मदी को लेकर असमंजस
26 को प्रशासन और उलमा की बैठक में लिया जाएगा निर्णय
जागरण संवाददाता, कानपुर : ईद मीलादुन्नबी पर निकलने वाले जुलूस ए मोहम्मदी को लेकर असमंजस की स्थित बनी हुई है। जुलूस 30 अक्टूबर को निकलना है, लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से इस पर अभी कोई फैसला नहीं हो पाया है। 26 अक्टूबर को प्रशासन और जमीयत उलमा की बैठक होगी। इसके बाद ही यह साफ हो सकेगा कि जुलूस निकलेगा अथवा नहीं।
पैगंबर ए इस्लाम के जन्मदिवस की खुशी में अरबी महीने रबी उल अव्वल की 12 तारीख को (इस वर्ष 30 अक्टूबर) जुलूस ए मोहम्मदी निकाला जाता है। इससे एक दिन पहले जश्न ए चिरागां किया जाता है, जिसमें घरों व मोहल्लों को सजाया जाता है। परेड ग्राउंड से उठने वाले जुलूस ए मोहम्मदी का नेतृत्व नगर जमीयत उलमा करती है। नगर जमीयत उलमा के महासचिव मौलाना अमीन उल हक अब्दुल्लाह ने कहा कि जुलूस को लेकर प्रशासन ने 26 अक्टूबर को बैठक बुलाई है। बैठक में विचार विमर्श के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा।
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ईद मीलादुन्नबी पर शराब की दुकानें बंद हों
ईद मीलादुन्नबी पर शराब की दुकानें बंद कराने की मांग को लेकर मोहम्मदी यूथ ग्रुप के सदस्यों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट को सौंपा। ज्ञापन देने वालों में इखलाक अहमद डेविड, चौधरी अफजाल अहमद, मो. रफीक, मो. काशिफ, इमरान कुरैशी आदि रहे।
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घरों को रोशन करने की अपील
उलमा ए अहले सुन्नत मशावरती बोर्ड ने ईद मीलादुन्नबी पर घरों और दुकानों को सजाने और झंडे लगाने की अपील की है। बोर्ड के सदस्य मोहम्मद अतहर कादरी ने कहा कि ईद मीलादुन्नबी पर मुस्लिम जश्न ए चिरागां करें।