मंडलायुक्त को गंगा में सीधे गिरते मिला गंदा पानी
जल निगम के अभियंताओं की लापरवाही से गंगा में फिर नाले गिरने लगे हैं। खुद मंडलायुक्त ने निरीक्षण के दौरान जाजमऊ में गंगा में सीधे दूषित पानी गिरता देखा।
जागरण संवाददाता, कानपुर : जल निगम के अभियंताओं की लापरवाही से गंगा में फिर नाले गिरने लगे हैं। खुद मंडलायुक्त ने निरीक्षण के दौरान जाजमऊ में गंगा में सीधे दूषित पानी गिरता देखा।
मंडलायुक्त सुभाष चन्द्र शर्मा ने गंगा में गिर रहे दूषित पानी के बारे में क्षेत्रीय लोगों से पूछा कि यह पानी कहा से आ रहा है? लोगों ने बताया कि यह पानी शीतला बाजार स्थित सीवरेज पंपिंग स्टेशन से आ रहा है। मंडलायुक्त अफसरों के साथ पंपिंग स्टेशन पहुंचे तो देखा कि नाले का गंदा पानी रोकने के लिए लगी बोरियां हटी हुई थीं। इसके चलते नाले का पानी गंगा में गिर रहा था। मजदूरों ने बताया कि अफसर के कहने पर हटाया गया है। उन्होंने अभियंताओं को फटकार लगाई। परियोजना प्रबंधक हंसराज ने बताया कि कुछ बोरियां हट गई थीं उनको फिर से लगा दिया गया है।
जाजमऊ में प्रवेश द्वार पर हो रोशनी, सामग्री की जांच
मंडलायुक्त ने केडीए द्वारा जाजमऊ में बनाए जा रहे प्रवेश द्वार का निरीक्षण किया। मौके पर नक्शा देखने के बाद आदेश दिए कि पहले दीवार का निर्माण कराया जाए। मजदूरों की संख्या बढ़ाई जाए ताकि समय पर काम पूरा हो सके। जाजमऊ टीले के ऊपर पाइप लटका मिला। दो माह पहले भी लटका मिला था। उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि पाइप जोड़कर नीचे तक कर दिया जाए। आदेश के बाद भी टीले में स्थित बस्ती के घरों में सीवर कनेक्शन नहीं दिया गया था। उन्होंने अफसरों से कहा कि अगले निरीक्षण तक काम पूरा कर दिया जाए ताकि नाली का गंदा पानी आसानी से नीचे आ सके और जनता को सीवर समस्या से निजात मिल सके। निर्माण में प्रयोग हो रही ईंटें और गिंट्टी का भी भौतिक सत्यापन किया।
जाजमऊ टीले के आसपास एलईडी लगवाई जाए ताकि लखनऊ दिशा से आने वाले व्यक्तियों को मालूम हो सकेकि कानपुर में उसका वाहन प्रवेश कर रहा है। इस दौरान केडीए व जल निगम के अफसर मौजूद थे।