कानपुर में हैलट अस्पताल में एक बार फिर भिड़े जूनियर डॉक्टर व तीमारदार, हड़ताल पर डॉक्टर
हैलट अस्पताल की इमरजेंसी में जूनियर डॉक्टरों व तीमारदारों में आज जमकर मारपीट हो गई। मारपीट में एक तीमारदार गंभीर रूप से घायल हुआ है।
By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Thu, 14 Mar 2019 02:27 PM (IST)Updated: Thu, 14 Mar 2019 02:27 PM (IST)
कानपुर, जेएनएन। लाला लाजपत राय (हैलट) अस्पताल में एक बार फिर डॉक्टर तथा तीमारदारों के बीच भिड़त के बाद मरीज बेहद परेशान हैं। तीमारदारों और जूनियर डाक्टर्स के बीच मारपीट के बाद यहां पर मरीजों के साथ लगे डॉक्टर हड़ताल पर बैठ गए हैं।
एलएलआर अस्पताल की इमरजेंसी में गुरुवार सुबह बिल्हौर के देवहा गांव निवासी 66 वर्षीय विजय कुमार तिवारी की मौत हो गई। परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा शुरू कर दिया। इसपर डॉक्टरों व तीमारदारों में जमकर मारपीट हुई। भीड़ ने इमरजेंसी वार्ड में तोडफ़ोड़ कर दी। हंगामे की सूचना पर पुलिस ने लोगों को शांत कराया। इसके बाद मृतक के बेटे दीपक को थाने ले गई। मारपीट में घायल एक बेटा सूरज आईसीयू में भर्ती है। दीपक ने पुलिस को बताया कि पिता के पित्त की थैली में पथरी थी। बिल्हौर सीएचसी से उन्हें एलएलआर अस्पताल रेफर कर दिया था। यहां लाने पर डॉक्टरों ने कैंसर बताया लेकिन डॉक्टरों ने रेफर नहीं किया। बुधवार सुबह उनकी मौत हो गई।
उधर, जूनियर डॉक्टरों ने इमरजेंसी सेवाएं बंद कर दीं और धरने पर बैठ गए। मेडिकल कालेज प्रिंसिपल आरती लालचंदानी ने डॉक्टरों को शांत कराने का प्रयास किया। डॉक्टरों ने ओपीडी और जच्चा-बच्चा में भी साथियों से काम बंद करने को कहा। इसके बाद सभी जूनियर डॉक्टर इमरजेंसी गेट के बाद धरने पर बैठ गए। जानकारी के बाद मंडलायुक्त सुभाष चंद शर्मा ने एलएलआर अस्पताल पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और डॉक्टरों से चिकित्सा सेवा शुरू करने को कहा। एसपी पश्चिम संजीव सुमन ने बताया कि मरीज की मौत के बाद डॉक्टर और तीमारदारों में मारपीट हो गई थी। रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच की जाएगी, दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
एलएलआर अस्पताल की इमरजेंसी में गुरुवार सुबह बिल्हौर के देवहा गांव निवासी 66 वर्षीय विजय कुमार तिवारी की मौत हो गई। परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा शुरू कर दिया। इसपर डॉक्टरों व तीमारदारों में जमकर मारपीट हुई। भीड़ ने इमरजेंसी वार्ड में तोडफ़ोड़ कर दी। हंगामे की सूचना पर पुलिस ने लोगों को शांत कराया। इसके बाद मृतक के बेटे दीपक को थाने ले गई। मारपीट में घायल एक बेटा सूरज आईसीयू में भर्ती है। दीपक ने पुलिस को बताया कि पिता के पित्त की थैली में पथरी थी। बिल्हौर सीएचसी से उन्हें एलएलआर अस्पताल रेफर कर दिया था। यहां लाने पर डॉक्टरों ने कैंसर बताया लेकिन डॉक्टरों ने रेफर नहीं किया। बुधवार सुबह उनकी मौत हो गई।
उधर, जूनियर डॉक्टरों ने इमरजेंसी सेवाएं बंद कर दीं और धरने पर बैठ गए। मेडिकल कालेज प्रिंसिपल आरती लालचंदानी ने डॉक्टरों को शांत कराने का प्रयास किया। डॉक्टरों ने ओपीडी और जच्चा-बच्चा में भी साथियों से काम बंद करने को कहा। इसके बाद सभी जूनियर डॉक्टर इमरजेंसी गेट के बाद धरने पर बैठ गए। जानकारी के बाद मंडलायुक्त सुभाष चंद शर्मा ने एलएलआर अस्पताल पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और डॉक्टरों से चिकित्सा सेवा शुरू करने को कहा। एसपी पश्चिम संजीव सुमन ने बताया कि मरीज की मौत के बाद डॉक्टर और तीमारदारों में मारपीट हो गई थी। रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच की जाएगी, दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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