कानपुर की बस का ट्रिपल रोल, सच सामने आने पर मालिक के पांव तले खिसक गई जमीन Kanpur News
बाराबंकी और बांदा में बालू ओवरलोडिंग में चालन व जुर्माना होने पर सचाई सामने आई।
कानपुर, [जमीर सिद्दीकी]। फिल्म में कलाकार के डबल और ट्रिपल रोड तो देखा और सुना होगा लेकिन कानपुर में बस का ट्रिपल रोल सामने आने पर सभी चौंक गए। बस मालिक वाहन की फिटनेस के लिए संभागीय परिवहन विभाग (आरटीओ) पहुंचे तो जानकारी होने पर उनके पांव तले जमीन खिसक गई। दरअसल, उनकी सिटी बस कानपुर में सवारियां ढोती रही, वहीं दूसरी ओर बांदा और बाराबंकी में उनका चालान होता रहा। हैरानी की बात ये है कि बस के नंबर का चालान बालू लदा ओवरलोड ट्रक बताकर किया गया और भारी-भरकम जुर्माना लगाया गया है।
जानिए, क्या है पूरा मामला
नगर बस सेवा यूनियन के अध्यक्ष एवं जूही लाल कालोनी निवासी जयप्रकाश श्रीवास्तव की सिटी बस यूपी 78-सीएन 8114 का परिमट एक नंबर रूट का है जो नौबस्ता गल्लामंडी से बड़ा चौराहा तक चलती है। बस जयप्रकाश के पुत्र विवेक के नाम है। इस बस के नंबर पर बाराबंकी में पांच अप्रैल-2019 को ऑनलाइन चालान किया गया, जिसमें ट्रक पर 25 टन ओवरलोड माल लदा होने को वजह बताकर 42,250 रुपये का जुर्माना किया गया। इसी बस का दूसरा चालान बांदा में 29 सितंबर 2019 को हुआ। इस चालान के कारण ट्रक में 15 टन ओवरलोड माल लदा बताकर 35,250 रुपये का जुर्माना किया गया। इसमें ट्रक में बालू लदी दिखाई गई।
इस तरह बस मालिक को हुई जानकारी
बस मालिक अनजान थे। इस बीच फिटनेस की तिथि पांच अक्टूबर को वह बस लेकर आरटीओ पहुंचे। वहां गाड़ी का ब्योरा निकाला गया तो पता चला कि बांदा और बाराबंकी में चालान हुआ है और जुर्माना भी नहीं भरा गया है। ऐसे में फिटनेस नहीं हो सकती थी। इसी बीच दोनों चालान उनके घर पर पहुंचे तो दोनों में ट्रक की फोटो थी। हैरान बस मालिक ने अधिकारियों को समस्या बताई। बांदा गए और सच्चाई बताई। उनके मुताबिक बांदा का चालान तो 3 अक्टूबर को निरस्त कर दिया गया लेकिन बाराबंकी का चालान अभी नहीं खत्म हुआ है। वह अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं।
बस के नंबर पर तो नहीं चल रहा ट्रक
ऑनलाइन चालान को लेकर सवाल उठ रहा है कि या तो धुंधली फोटो में नंबर मिलान में गड़बड़ी हुई या फिर हो सकता है कि कोई ट्रक चालक बस का नंबर इस्तेमाल कर रहा हो। बहरहाल ये तो जांच से पता चलेगा लेकिन अभी बस मालिक मुश्किल में है।
-ऑनलाइन चालान में वाहन का पूरा ब्योरा आ जाता है। बस में 25 टन ओवरलोड कैसे हो सकता है। कभी कभी मिस प्रिंटिंग के कारण ऐसा हो जाता है। चालक भी गलत नंबर बता देते हैं। कहीं न कहीं गड़बड़ी हुई है। बस स्वामी लिखित देंगे तो जांच के बाद चालान निरस्त हो जाएगा। -राकेश सिंह, संभागीय परिवहन अधिकारी प्रवर्तन