..तो दाखिले की दौड़ में सबसे आगे होंगे सीआइएससीई के छात्र, 95 फीसद अंक वाले भी खूब कई स्टूडेंट
सीबीएसई बोर्ड के रिजल्ट संबंधी आंकडो़ं को देखें तो यूपी बोर्ड का ओवरआल रिजल्ट 91.64 फीसद व सीबीएसई बोर्ड का ओवरआल रिजल्ट 95.06 फीसद रहा। इसके अलावा पिछले कई सालों में भी सीआइएससीई के छात्रों ने 95 फीसद से अधिक अंक हासिल करने में बाजी मारी है
कानपुर, जेएनएन। सीआइएससीई बोर्ड ने 10वीं व 12वीं के नतीजे घोषित कर दिए हैं, और जल्द ही सीबीएसई व यूपी बोर्ड का परिणांम भी आ जाएगा। उसके बाद, स्नातक स्तर पर दाखिले को लेकर जो दौड़ शुरू होगी उसमें सीआइएससीई के छात्र सबसे आगे होंगे। इसका मुख्य कारण है, छात्रों पर काउंसिल की ओर से हुई अंकों की बारिश। दरअसल इस सत्र में छत्रपति शाहू जी महाराज विवि व संबद्ध कालेजों में मेरिट के आधार पर प्रवेश होने हैं। सीआइएससीई बोर्ड का ओवरआल परिणाम ही 99 फीसद से अधिक है। इससे साफ है, कि जो मेरिट होगी उसका कटआफ हाई होगा।
वहीं अगर वर्ष 2020 के यूपी बोर्ड व सीबीएसई बोर्ड के रिजल्ट संबंधी आंकडो़ं को देखें तो यूपी बोर्ड का ओवरआल रिजल्ट 91.64 फीसद व सीबीएसई बोर्ड का ओवरआल रिजल्ट 95.06 फीसद रहा। इसके अलावा पिछले कई सालों में भी सीआइएससीई के छात्रों ने 95 फीसद से अधिक अंक हासिल करने में बाजी मारी है।
- कालेजों व विवि परिसर में संचालित पाठ्यक्रमों के लिए मेरिट का कटआफ सीआइएससीई, सीबीएसई व यूपी बोर्ड का परिणाम जारी होने के बाद ही तय हो पाएगा। - डा.अनिल यादव, कुलसचिव, सीएसजेएमयू
- यह स्वाभाविक है, कि जब छात्रों को 95 फीसद से अधिक अंक मिले हैं तो मेरिट का कटआफ हाई ही होगा। साथ ही स्नातक में प्रवेश को लेकर प्रतिस्पर्धा भी बढ़ेगी। - केवी विंसेंट, सिटी कोआर्डिनेटर , आइसीएसई