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चीन के साइबर अपराधियों ने हैक कर ली यूपीसीडा की वेबसाइट Kanpur News

ऑनलाइन आए आवेदनों को देखने के लिए भी नहीं खुली तकनीकी स्टाफ ने मुख्य कार्यकारी अधिकारी को दी जानकारी।

By AbhishekEdited By: Published: Wed, 31 Jul 2019 11:41 PM (IST)Updated: Thu, 01 Aug 2019 09:38 AM (IST)
चीन के साइबर अपराधियों ने हैक कर ली यूपीसीडा की वेबसाइट Kanpur News
चीन के साइबर अपराधियों ने हैक कर ली यूपीसीडा की वेबसाइट Kanpur News

कानपुर, जेएनएन। चीन के साइबर अपराधियों ने उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) की वेबसाइट हैक कर ली और ईमेल भेजकर यह जानकारी भी दी। बुधवार को कंप्यूटर सेल के अधिकारियों ने वेबसाइट ऑन करने की कोशिश की लेकिन कामयाब नहीं हुए। इसके बाद ईमेल देखा तो खलबली मच गई। अधिकारी कुछ भी बता पाने की स्थिति में नहीं हैं। वे डाटा रिकवर कराने की तैयारी कर रहे हैं।

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यूपीसीडा की वेबसाइट में औद्योगिक क्षेत्रों का मानचित्र, भूखंडों का विवरण, नीतियों व बोर्ड के फैसले से जुड़ी जानकारी उपलब्ध है। इसके साथ ही तमाम आवंटियों ने मानचित्र स्वीकृत करने के लिए आवेदन कर रखा है। भूखंड आवंटन के लिए भी आवेदन आए हुए हैं। विभिन्न विकास कार्यों के टेंडर फार्म भी भरे गए हैं। ऐसे में वेबसाइट का हैक होना प्रबंधन के लिए बड़ा झटका है। सुबह क्षेत्रीय प्रबंधकों से वेबसाइट बंद होने की शिकायत की गई तो पड़ताल शुरू हुई।

अफसरों ने बताया कि सर्वर पर एरर बता रहा है। ईमेल देखने पर पता चला कि वेबसाइट हैक कर ली गई है। यह ईमेल चीन के किसी सर्वर से आया था। कल्याणपुर के लखनपुर स्थित मुख्यालय में आयोजित बैठक में अधिकारियों ने मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजय प्रसाद को जानकारी दी। प्राधिकरण सूत्रों ने बताया कि एक्सपट्र्स ने हैकरों से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कुछ नहीं हुआ। एसपी क्राइम राजेश पांडेय ने कहा कि साइबर सेल के पास कोई शिकायत नहीं आई है।

रीयल इस्टेट कंपनी का सर्वर हैक करने वालों का पता नहीं

दो माह पूर्व साइबर अपराधियों ने आइटी लॉक रैनसमवेयर वायरस भेजकर सिविल लाइंस की रुद्रा रीयल इस्टेट कंपनी का सर्वर हैक कर बिटक्वाइन में रंगदारी मांगी गई थी। पुलिस इस घटना का पर्दाफाश नहीं कर सकी। कोतवाली थाना प्रभारी आशीष शुक्ला ने बताया कि हैकरों ने याहू, कॉक ली सर्वर सिस्टम से कंपनी को ईमेल भेजा था। वह यूरोप के एक देश में है। वहां से डाटा निकलवाने के लिए सीबीआइ ही मदद कर सकती है। मामले को उच्चाधिकारियों के संज्ञान में लाया गया है। कंपनी ने अपना सर्वर सिस्टम ठीक कराके काम शुरू कर लिया है। 

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