Move to Jagran APP

निमोनिया के टीके के लिए नहीं खर्च करने पड़ेंगे रुपये, मार्च से बच्चों को लगेगा निश्शुल्क Kanpur News

राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान कार्यक्रम में शामिल किए जाने का फैसला अगले तीन माह के अंदर लांच हो जाएगी निमोकॉकल वैक्सीन।

By AbhishekEdited By: Published: Tue, 31 Dec 2019 11:59 PM (IST)Updated: Wed, 01 Jan 2020 09:53 AM (IST)
निमोनिया के टीके के लिए नहीं खर्च करने पड़ेंगे रुपये, मार्च से बच्चों को लगेगा निश्शुल्क Kanpur News
निमोनिया के टीके के लिए नहीं खर्च करने पड़ेंगे रुपये, मार्च से बच्चों को लगेगा निश्शुल्क Kanpur News

कानपुर, जेएनएन। पांच वर्ष की उम्र के बच्चों को नए साल से निश्शुल्क निमोनिया का टीका लगेगा। राज्य सरकार ने वैक्सीन को राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल करने का फैसला लिया है। तीन माह के अंदर निमोकॉकल वैक्सीन लांच हो जाएगी। इसके बाद देशभर में होने वाले टीकाकरण में एकरूपता आ जाएगी।

loksabha election banner

बीमारियों से बचाव को लगाए जाते हैं 12 टीके

राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान के तहत देशभर में अब तक 12 बीमारियों से बचाव के लिए टीके लगाए जाते हैं। हालांकि यूपी में निमोनिया का टीका शामिल न होने के कारण सिर्फ 11 टीके ही लगते हैं। इसके अलावा जापानी इंसेफ्लाइटिस का टीका सिर्फ प्रभावित जिलों में ही लगाया जाता है। निमोनिया (निमोकॉकल वैक्टीरिया का संक्रमण) का टीकाकरण न होने के कारण सूबे में हर साल नवजात से पांच वर्ष तक के बच्चे बड़ी संख्या में दम तोड़ देते हैं। ऐसे में विशेषज्ञों ने इस वैक्सीन को राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल करने का सुझाव दिया था। कई चरणों की बैठक के बाद इस पर सहमति बनी। वर्ष 2019 में पायलट प्रोजेक्ट के तहत लखीमपुर खीरी, सिद्धार्थ नगर, सीतापुर, बहराइच, श्रावस्ती एवं बलरामपुर जिले में निमोनिया का टीका बच्चों को लगाने का निर्णय लिया गया। इसके सकारात्मक परिणाम मिलने के बाद वैक्सीन को पहले दिसंबर में ही लांच किया जाना था। हालांकि वैक्सीन की उपलब्धता न होने से अब इसकी तिथि आगे बढ़ाकर मार्च कर दी गई है।

यह होगा शेड्यूल

निमोकॉकल कंज्यूगेट वैक्सीन (पीसीवी) जन्म के डेढ़ माह में पहली डोज, साढ़े तीन माह में दूसरी डोज और नौ माह में बूस्टर डोज लगाई जाएगी।

निजी क्षेत्र में चार हजार रुपये का टीका

राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में टीके का पूरा कोर्स निश्शुल्क होगा, जबकि निजी क्षेत्र में इसके चार हजार रुपये तक वसूले जाते हैं।

इन बीमारियों से बचाव के लगते हैं टीके

बीसीजी (गंभीर किस्म की टीबी), हिमोफिलस इन्फ्लुएंजा टाइप बी (हिब), पोलियो, काली खांसी, डिप्थीरिया, टिटनेस, हेपेटाइटिस बी, रोटा वायरस (डायरिया), जापानी इंसेफ्लाइटिस, खसरा, रूबेला।

इनका ये है कहना

नए साल में निमोनिया का टीका राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल हो जाएगा। सभी जिलों में वैक्सीन मुहैया कराई जा रही है। शासन ने मार्च तक लांच कराने का निर्णय लिया है।

- डॉ. जीके मिश्रा, एसीएमओ।  


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.