छोटे से बच्चे ने अपहर्ताओं को दिया चकमा, चंगुल से छूटकर भागने के बाद घरवालों को किया फोन
नौबस्ता में अपहर्ता घर से निकले दस साल के मासूम को नशीला पदार्थ सुंघाकर वैन से अगवा कर ले गए थे किसी तरह छूटे मासूम ने राहगीर के फोन से घर वालों को घटना की जानकारी दी अब पुलिस मामले की पड़ताल में जुट गई है।
कानपुर, जेएनएन। छोटा बच्चा जानकार हमको मत समझाना रे..., एक फिल्म के गीत के ये बोल बर्रा के अभिषेक पर सटीक बैठते हैं। घर से निकले दस साल के अभिषेक को नशीला पदार्थ सुंघाकर अगवा कर ले गए लेकिन वह उनके चंगुल से छूटकर निकल भागा और घरवालों को सूचना दी। अब पुलिस ने मामले की पड़ताल शुरू की है।
धोबिन पुलिया निवासी पंकज गौतम विक्रम चालक हैं। उन्होंने बताया कि बड़ा बेटा 10 वर्षीय अभिषेक कक्षा पांच का छात्र है। सोमवार दोपहर अभिषेक मां का फोन ठीक कराने हनुमान गढ़ी मंदिर के पास स्थित दुकान पर गया था। काफी देर तक वापस नहीं आया तो चिंता हुई। उसकी तलाश कर ही रहे थे कि एक अंजान नंबर उसे कॉल आई, जिसमें दूसरी ओर अभिषेक बोल रहा था। उससे जानकारी के बाद बारादेवी उसे लेने पहुंचे तो बेटे ने पूरा घटनाक्रम बताया।
अभिषेक ने बताया कि कुछ बदमाशों ने नाक में नशीला रुमाल लगाकर उसे बेहोश कर दिया था, जब उसे होश आया तो वह एक वैन में था। बारादेवी चौराहे के पास वैन में मौजूद लोग लघुशंका के लिए उतरे तो वह किसी तरह चकमा देकर वैन से कूदकर भाग निकला। इसके बाद उसने एक राहगीर से फोन लेकर स्वजनों को सूचना दी। स्वजन सकुशल उसे घर लेकर आए और देर रात हनुमंत विहार चौकी में पुलिस से लिखित शिकायत की। चौकी प्रभारी चंद्रभान सिंह ने बताया कि मासूम द्वारा बताए गए वैन नंबर की जांच करने पर स्कूटी का नंबर निकला है। फिलहाल घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे देखकर मामले की जांच की जा रही है।