UPSSSC परीक्षा नकल: 3 अभ्यर्थियों से हुआ था 17-17 लाख का सौदा, रकम के हिसाब से तय हुआ था कितना भरा जाएगा पर्चा
छानबीन में सामने आया है कि यह लोग इस काम में करीब एक साल से लगे थे। अब इनके पुराने मामलों के बारे में भी क्राइम ब्रांच पड़ताल करेगी। यूपीएसएसएससी-2016 के लिए अर्रा स्थित चित्रा डिग्री कालेज को केंद्र बनाया गया था।
जागरण संवाददाता, कानपुर : हनुमंत विहार के अर्रा स्थित चित्रा डिग्री कालेज में यूपीएसएसएससी परीक्षा में नकल करा रहे सहायक प्रबंधक, साल्वर गिरोह समेत आठ लोगों की गिरफ्तारी के मामले में क्राइम ब्रांच जांच कर रही है। अब तक की छानबीन में सामने आया है कि आरोपितों ने तीन अभ्यर्थियों से 17-17 लाख रुपये तक की डीलिंग की थी। वहीं रकम के हिसाब से ही पर्चा हल करने का प्रतिशत तय किया था।
छानबीन में सामने आया है कि यह लोग इस काम में करीब एक साल से लगे थे। अब इनके पुराने मामलों के बारे में भी क्राइम ब्रांच पड़ताल करेगी। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग लखनऊ की तकनीकी सेवा परीक्षा (यूपीएसएसएससी)-2016 के लिए अर्रा स्थित चित्रा डिग्री कालेज को केंद्र बनाया गया था, जहां चार अभ्यर्थियों से रुपये लेकर नकल कराई जा रही थी।
जानकारी पर क्राइम ब्रांच और हनुमंत विहार थाना पुलिस ने परीक्षा केंद्र में छापेमारी करके बसंत विहार डब्ल्यू-2 निवासी कालेज के सहायक प्रबंधक कमलेश कटियार समेत आठ लोगों को पकड़ा था। क्राइम ब्रांच ने आरोपितों से पूछताछ की तो सामने आया कि आरोपितों ने अभ्यर्थियों से अलग-अलग रकम लेकर पर्चा हल कराने का ठेका लिया था।
तय हुई रकम में कम से कम तीन लाख और अधिक से अधिक 17 लाख की डीलिंग हुई थी। क्राइम ब्रांच के मुताबिक फार्मासिस्ट के लिए अभ्यर्थी से 17 लाख की डीलिंग की थी। पूछताछ में सामने आया है कि आरोपितों ने रकम के हिसाब से पर्चा हल करने का भी निर्धारण कर रखा था। तीन लाख वाले को 10 प्रतिशत पर्चा हल करके नकल कराई थी। शेष प्रश्नों को हल करने की जिम्मेदारी अभ्यर्थी की थी। वहीं छह लाख देने वाले को 20 प्रतिशत, इससे अधिक वाले को 30 प्रतिशत और अधिकतम 50 प्रतिशत तक पर्चा हल करने की जिम्मेदारी साल्वर गिरोह के लोगों ने ली थी।