कानपुर के आसपास भी 'तितली' का असर, अचानक बदला मौसम और गिरने लगे ओले
फर्रुखाबाद व कन्नौज में मौसम ने ली करवट, बरसात के साथ ही 20 मिनट तक गिरे ओले
जेएनएन, कानपुर : ओडिशा व आंध्र प्रदेश में तबाही मचाने वाले चक्रवाती तूफान तितली का असर कानपुर के आसपास कन्नौज व फर्रुखाबाद में भी देखने को मिला। गुरुवार शाम बदले मौसम में तेज हवा के साथ झमाझम बारिश व ओलों की बौछार हुई।
फर्रुखाबाद में शाम को तेज हवा के झोकों के साथ आसमान में बादल छा गए, इसके बाद झमाझम बारिश शुरू हो गई। लगभग 45 मिनट तक तेज हवा के साथ हुई बारिश के दौरान कई बार ओलों की बौछार पड़ी। बारिश व ओलावृष्टि से खेतों में तैयार खड़ी धान की फसल गिर गई। सलेमपुर निवासी किसान राधेश्याम बाथम व सचिन ने बताया कि तीन एकड़ धान की फसल खेत में कटी पड़ी थी। पानी भर जाने से 30 फीसद धान सड़ने की आशंका है। वहीं आलू किसान जैतपुर निवासी पप्पू राठौर, खिमसेपुर निवासी सर्वेश ¨सह, राकेश वर्मा ने बताया कि बारिश होने से आलू किसानों को फायदा हुआ है। पिछैती आलू की फसल बोने के लिए उन्हें पलेवा नहीं करना पड़ेगा। कृषि वैज्ञानिक डा. आरएन ¨सह ने बताया कि धान की अधिकांश फसल अभी कटी नहीं है। अगर खेत में कटी पड़ी है तो उसमें नुकसान हो सकता है। इसके अलावा अगैती आलू की बोवाई की तैयारी कर रहे किसानों के लिए यह बारिश काफी लाभप्रद है। इससे खेत तैयार करने के लिए किसान को अलग से ¨सचाई नहीं करनी होगी।
उधर कन्नौज के छिबरामऊ में गुरुवार दोपहर बाद आसमान में बादल घिर आए। देर शाम अचानक तेज हवा के बीच बारिश शुरू हो गई। आकाश में बिजली चमकने लगी। एकाएक हवा के साथ ओलों की बौछार शुरू हुई। लोग बचने के लिए भाग खड़े हुए। करीब 20 मिनट तक बड़े-बड़े ओले गिरे। इससे सड़क व मकानों की छतें पट गईं। इसके अलावा आसपास के अन्य गांवों में भी जमकर ओले गिरे। इससे खेतों में खड़ी आलू, धान, मूंग व उर्द की फसल खराब हो गई। कच्ची आलू फसल के पौधे टूट गए।