गंगा की निर्मलता और अविरलता वापस लाने के लिए उमा भारती ने ली बड़ी शपथ
कानपुर आईं केंद्रीय मंत्री ने अगले डेढ़ साल तक गंगा नदी के किनारे ही रात्रि प्रवास करने का एलान किया।
कानपुर, जेएनएन। शहर में सोमवार को सिद्धनाथ घाट पर महादेव के दर्शन के बाद उनकी जटाओं से निकलीं मां गंगा की निर्मलता और अविरलता लौटाने के लिए केंद्रीय पेयजल स्वच्छता मंत्री उमा भारती ने बड़ा संकल्प लिया। उन्होंने गंगा बैराज पर एलान किया कि अब वह अगले डेढ़ वर्ष तक गंगा किनारे ही रात्रि प्रवास करेंगी। कहा, यदि पूरी दुनिया में बदनामी कराने वाला सीसामऊ नाला का 90 फीसद पानी गंगा में जाने से बंद हो गया है तो यह दर्शाता है कि गंगा को पूरी तरह निर्मल किया जा सकता है।
सिद्धनाथ मंदिर में किये महादेव के दर्शन
सोमवार सुबह केंद्रीय मंत्री उमा भारती सबसे पहले जाजमऊ के सिद्धनाथ घाट पहुंची और मंदिर में महादेव के दर्शन पूजन कर आशीर्वाद लिया। उन्होंने घाट से गंगा का निरीक्षण करने के बाद नमामि गंगे के सदस्यों से सुझाव मांगे। नमामि गंगे गंगा विचार मंच की प्रदेश सह संयोजक किरन लोधी निषाद ने शीतला बाजार व वाजिदपुर नाला बंद करवाने की मांग की। अन्य सदस्यों ने भी अपने विचार रखे।
डेढ़ वर्ष तक गंगा किनारे करेंगी रात्रि प्रवास
दोपहर में केंद्रीय मंत्री सरसैया घाट से स्टीमर पर सवार हुईं और फिर गंगा बैराज तक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि सीसामऊ नाला बंद होने से निश्चित है कि मां गंगा की निर्मलता वापस होगी। गंगा के किनारे जो गंदगी है, अब उसे हटाना है। इसलिए आज से यह संकल्प ले रही हूं कि अगले डेढ़ वर्ष तक गंगा किनारे ही रात्रि प्रवास करुंगी। गंगा बैराज स्थित सिंचाई विभाग के गेस्ट हाउस में पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि वह दिन में भ्रमण पर कहीं भी रहें लेकिन रात्रि प्रवास के लिए हर हाल में निकट के शहर में गंगा किनारे पहुंचेंगी। कहा, गंगा घाट की गंदगी साफ करने के लिए पैदल चलूंगी और जनजागरण करूंगी।
गंगा सफाई के लिए केंद्र सरकार लाए अध्यादेश
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार गंगा सफाई के लिए अध्यादेश लाए, इसके लिए तैयारी शुरू हो गई है। उन्होंने बताया कि 2016 से गंगा सफाई का मुख्य अभियान शुरू हुआ था, जिसे 2024 तक पूरा करना है। आने वाले समय गंगा पूरी तरह निर्मल और अविरल दिखेगी। इस संबंध में कई आइआइटी के प्रोफेसरों से मंत्रालय की चर्चा चल रही है। जल्द शहर में ओपेन वर्कशॉप भी होगी। उन्होंने कहा कि 15 जनवरी को कुंभ का पहला स्नान होगा, जिसमें सभी श्रद्धालुओं को बिल्कुल साफ पानी मिलेगा। इस जल को पी सकेंगे और आचमन कर सकेंगे।