CBSE Board के स्टूडेंट्स के प्रैक्टिकल एग्जाम पर अभी संशय, जल्द जारी हो सकता है आदेश
सीबीएसई ने जब प्रैक्टिकल को लेकर निर्देश जारी किए थे तब देश में कोरोना की दूसरी और घातक लहर नहीं आई थी। हालांकि बोर्ड की ओर से प्रैक्टिकल के दौरान कोविड-19 के सभी नियमों का पालन करने के निर्देश दिए गए थे।
कानपुर, जेएनएन। सीबीएसई बोर्ड से 12वीं की परीक्षा देने वाले छात्रों को जून के पहले हफ्ते से प्रैक्टिकल के लिए स्कूल बुलाया जा सकता है। वैसे तो सरकार ने 31 मई तक स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी कर रखा है। अगर, सरकार जून में भी स्कूल बंद करने का फैसला लेती है, तो जिले के 50 फीसद स्कूलों के प्रधानाचार्य सीबीएसई से अनुमति लेकर छात्रों की प्रायोगिक परीक्षाएं कराएंगे। दरअसल, मार्च में ही सीबीएसई ने प्रायोगिक परीक्षाओं को लेकर आदेश जारी कर दिए थे। तब स्कूलों को 11 जून तक अंतिम तिथि देते हुए परीक्षाएं कराने के लिए कहा गया था। हालांकि उसके बाद बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते स्कूलों को बंद कर दिया गया और परीक्षाएं नहीं हो सकीं।
करीब पांच हजार छात्रों की प्रायोगिक परीक्षा बाकी: सिटी कोआर्डिनेटर बलविंदर सिंह से मिले आंकड़ों के मुताबिक करीब पांच हजार छात्र-छात्राओं की अभी प्रायोगिक परीक्षा होनी है। यह परीक्षाएं, इसलिए भी जरूरी है क्योंकि इनके अंक छात्रों के रिजल्ट में जुड़ेंगे। इसलिए बोर्ड परीक्षाओं के साथ-साथ प्रैक्टिकल कराए जाएंगे।
कोविड-19 के नियमों का पालन करना होगा: सीबीएसई ने जब प्रैक्टिकल को लेकर निर्देश जारी किए थे, तब देश में कोरोना की दूसरी और घातक लहर नहीं आई थी। हालांकि बोर्ड की ओर से प्रैक्टिकल के दौरान कोविड-19 के सभी नियमों का पालन करने के निर्देश दिए गए थे। अब, जब दूसरी लहर आ चुकी है तो प्रधानाचार्यों को बहुत अधिक सावधानी के साथ ही प्रैक्टिकल कराने होंगे। हालांकि, उनका कहना है 25-25 छात्रों के समूह में उन्हें बुलाकर प्रायोगिक परीक्षाएं कराई जाएंगी।