करोड़ों के खेल में पीएनबी मैनेजर पर सीबीआइ ने किया मुकदमा
मेस्टन रोड ब्रांच में थे सीनियर मैनेजर, इस समय नोएडा में चीफ मैनेजर, लोन खाते से करोड़ों रुपये निकाल बचत खाते में डालने के आरोप लगे
जागरण संवाददाता, कानपुर : पंजाब नेशनल बैंक को उसके अधिकारी ही चूना लगा रहे हैं। कानपुर में भी तीन साल पहले पीएनबी मेस्टन रोड के तत्कालीन शाखा प्रबंधक ने न केवल शाखा की बैलेंस शीट में हेरफेर किया बल्कि बिना केवाईसी मानक पूरे किए दस खाते खोलकर दस-दस लाख रुपये जमा कराए। फिर नौ महीने बाद निकाल लिए। शिकायत के बाद शुरुआती जांच में मिले सुराग पर सीबीआइ ने आरोपित तत्कालीन शाखा प्रबंधक नफस अहमद सिद्दीकी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। वह इस समय गौतम बुद्ध नगर में मुख्य प्रबंधक है।
सीबीआइ को वर्ष 2013 से 2015 के बीच पीएनबी की मेस्टन रोड शाखा में वित्तीय अनियमितताओं की शिकायतें मिलीं। नफीस अहमद सिद्दीकी इस ब्रांच का सीनियर मैनेजर था। रिपोर्ट के अनुसार आरोप है कि नफीस अहमद सिद्दीकी ने 2013 से 2015 के बीच गलत तरीकों से धनराशि ट्रांसफर कर बैंक खातों का डिपाजिट बढ़ा हुआ दिखाया। इसमें 7.21 करोड़ रुपये वित्तीय वर्ष एवं अर्द्ध वित्तीय वर्ष की समाप्ति के समय कैश क्रेडिट खाते से बचत खाते में ट्रांसफर किए गए। वित्तीय वर्ष और अर्द्ध वित्तीय खत्म होते ही यह धनराशि कैश क्रेडिट खाते में वापस ट्रांसफर कर दी गई।
इसी तरह 17 सितंबर 2014 को इसी शाखा में केवाइसी मानक पूरे किए बिना 10 बचत बैंक खाते खोलकर सभी में 10-10 लाख रुपये जमा किए गए। फिर 16 अप्रैल 2015 को इन सभी खातों को बंद कर दिया गया। कुल एक करोड़ की इस रकम को भी सीबीआइ अफसर संदेह की नजर से देख रहे। बैंक के एक अधिकारी का कहना है कि 10 लाख रुपये किसी भी बैंक खाते में बिना निर्धारित कागजात देखे जमा नहीं किए जा सकते। मुझे मुकदमे की कोई जानकारी नहीं है। इस संबंध में बात नहीं करना चाहता।
- नफीस अहमद सिद्दीकी, चीफ मैनेजर, पंजाब नेशनल बैंक, गौतम बुद्ध नगर।