Move to Jagran APP

सपा MLC पुष्पराज जैन और फौजान मलिक ने कैसे इकट्ठा किए करोड़ों, CBDT ने रहस्य से उठाया पर्दा

CBDT Raid in Kanpur and Kannauj सीबीडीटी की ओर से अलग-अलग हिस्सों में दी डिटेल में पहले इत्र व्यवसायी का कारोबार उप्र और महाराष्ट्र में है। इस कंपनी ने कम बिक्री दिखाई। स्टाक में हेराफेरी भी की।

By Shaswat GuptaEdited By: Published: Thu, 06 Jan 2022 10:25 PM (IST)Updated: Thu, 06 Jan 2022 10:25 PM (IST)
सपा MLC पुष्पराज जैन और फौजान मलिक ने कैसे इकट्ठा किए करोड़ों, CBDT ने रहस्य से उठाया पर्दा
CBDT Raid in Kanpur and Kannauj सपा एमएलसी पुष्पराज जैन पम्पी और फौजान मलिक।

कानपुर/कन्नौज, जागरण संवाददाता। CBDT Raid in Kanpur and Kannauj पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के करीबी और समाजवादी इत्र बनाने वाले सपा के विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) पुष्पराज जैन पम्पी व एक अन्य इत्र कारोबारी फौजान मलिक 40 प्रतिशत बिक्री कच्चे पर्चों पर करते थे। आयकर विभाग को मिली जानकारी के आधार पर केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने छापे पर बयान जारी किया है। ये छापे उत्तर प्रदेश, दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु में मारे गए थे। इसमें 9.40 करोड़ रुपये की नकदी व दो करोड़ रुपये की अघोषित ज्वैलरी भी मिली है। उधर, गुरुवार को मलिक के कन्नौज व दिल्ली स्थित सील किए गए सात लाकरों की जांच भी शुरू की गई है। इनमें क्या मिला, इसकी जानकारी शुक्रवार शाम तक अधिकारी देंगे।

loksabha election banner

बिना किसी का नाम लिए सीबीडीटी की ओर से अलग-अलग हिस्सों में दी डिटेल में पहले इत्र व्यवसायी का कारोबार उप्र और महाराष्ट्र में है। इस कंपनी ने कम बिक्री दिखाई। स्टाक में हेराफेरी भी की। साथ ही बहीखाते में गड़बड़ी करके कर योग्य इकाइयों के लाभ को कर मुक्ति वाली इकाइयों में डाल दिया। खर्चों को बहुत अधिक बढ़ाकर दिखाया गया। करोड़ों रुपये की ऐसी बिक्री भी मिली है, जिसका भुगतान नकदी में लिया गया। कुल बिक्री का यह करीब 40 प्रतिशत हिस्सा है। पांच करोड़ रुपये की बोगस खरीद भी पकड़ी गई है। इस कंपनी के मुंबई में कई रीयल एस्टेट प्रोजेक्ट हैं। देश के साथ विदेश में भी संपत्ति मिली है। कंपनी ने रिटायर हो चुके साझेदारों को दिए गए लाभ के 45 करोड़ रुपये भी नहीं दिखाए। दूसरे देशों में संपत्ति के बारे में अपने रिटर्न में कुछ नहीं बताया। एक शेयर होल्डर डमी निदेशक था। उसने बताया कि वह प्रमोटर्स के कहने पर निवेश करता था। इसके अलावा दूसरी कंपनी में 10 करोड़ रुपये का नकद लेनदेन पकड़ा गया है। यह कंपनी कोई स्टाक रजिस्टर नहीं रखती है। उधर, गुरुवार को फौजान मलिक के दिल्ली निवासी भाई खुसरू और मुनीम को लेकर आयकर अधिकारी कन्नौज के अशोक नगर स्थित बैंक आफ बड़ौदा शाखा में पहुंचे। करीब एक घंटे जांच के बाद वापस लौटे। उल्लेखनीय है कि 31 दिसंबर को आयकर विभाग की टीम ने शहर के मोहल्ला मंडई निवासी फौजान मलिक व छिपट्टी मोहल्ला निवासी सपा एमएलसी पुष्पराज जैन पम्पी के आवास व कारखाने में छापा मारा था। छापेमारी बीते मंगलवार को पूरी हो गई थी। मलिक के दिल्ली की फ्रेंड्स कालोनी में तीन बंगले हैं। उनके घर से 1.65 करोड़ रुपये के जेवर, साढ़े तीन करोड़ की नकदी, उर्दू में लिखे बहीखाते, कंप्यूटरों से हार्ड डिस्क कब्जे में लेकर लाकर सील किए गए थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.