जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा चलाने की मांग, परिवाद दर्ज
अधिवक्ता ने भड़काऊ भाषण देकर दिल्ली में दंगा कराने का आरोप लगाते हुए अदालत में परिवाद दर्ज कराया है।
कानपुर, जेएनएन। मशहूर अभिनेत्री स्वरा भास्कर के खिलाफ दिल्ली शाहीन बाग कांड को लेकर परिवाद दर्ज होने के बाद अब एक और परिवाद दर्ज हुआ है। इस बार जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद पर महानगर मजिस्ट्रेट की अदालत ने परिवाद दर्ज कर लिया है। अधिवक्ता ने उनपर भड़काऊ बयान देकर दिल्ली में दंगा कराने का आरोप लगाते हुए राष्ट्रद्रोह का मुकदमा चलाने की मांग की है। मामले में 23 मार्च को गवाहों के बयान दर्ज किए जाएंगे।
अधिवक्ता विजय बख्शी ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया है कि नई दिल्ली के जाकिर नगर निवासी उमर ने पढ़ाई के दौरान अपने साथियों के साथ सरकार विरोधी नारे लगाए थे। पुलिस ने उसे जेल भेजा था। 17 फरवरी 2020 को अमरावती में उमर ने राष्ट्र विरोधी भाषण दिया, जबकि उसे पता था कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत आ रहे हैं। इसी भाषण के चलते 23 फरवरी को दिल्ली में दंगे शुरू हो गए। सरकार ने भी उमर और उसके साथियों के खिलाफ राष्ट्रदोह का मुकदमा चलाने की अनुमति दी है। दंगे में 47 लोगों की मौत हो गई, जबकि करोड़ों रुपये सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान हुआ है। अदालत ने परिवाद दर्ज कर सुनवाई के लिए 23 मार्च की तारीख दी है।