अहिरवां एयरपोर्ट में कारगो हब बनाने पर मुहर, पहले चरण में जाएगा 10 टन माल
देश के किसी भी हिस्से में माल भेजने के लिए उद्यमियों को नहीं होना पड़ेगा परेशान। माल की चेकिंग के लिए लगेंगी दो अतिरिक्त एक्सरे मशीन।
By Edited By: Published: Thu, 15 Nov 2018 01:55 AM (IST)Updated: Thu, 15 Nov 2018 12:47 PM (IST)
कानपुर (जागरण संवाददाता)। शहर के कारोबारियों के लिए बड़ी खुशखबरी। अब उन्हें अपना माल देश के किसी हिस्से में भेजने के लिए लखनऊ, दिल्ली या मुंबई के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे बल्कि अहिरवां एयरपोर्ट पर ही सारी सुविधाएं मिलेंगी और यहीं से माल भेजा जा सकेगा। सिविल एयरपोर्ट पर कारगो हब बनाने पर सहमति बनी है। पहले चरण में 10 टन माल की बुकिंग होगी। व्यापारियों का रिस्पांस अच्छा मिला तो यूपी का सबसे बड़ा कारगो हब कानपुर में होगा।
बुधवार को एयरपोर्ट डायरेक्टर जमील खालिक की अध्यक्षता में अहिरवां एयरपोर्ट पर बैठक हुई जिसमें नागरिक उड्डयन मंत्रालय, स्पाइस जेट, अहिरवां एयरपोर्ट के अधिकारियों के बीच कारगो पर चर्चा हुई। बैठक में दिल्ली से आए डिप्टी जीएम कारगो एसआर मिश्रा, स्पाइस जेट के जसवंत सिंह रावत, रजत दीक्षित, अनिल कुनाल, एस. तिरकी, मनीष मिश्रा, सैयद इमरान अली शामिल हुए। तय हुआ कि सिविल एयरपोर्ट पर कारगो का हब बनेगा। ये भी तय हुआ कि एयरपोर्ट पर माल की चेकिंग के लिए दो अतिरिक्त एक्सरे मशीन लगेंगी।
कारोबारियों की सूची तैयार हो रही
माल बुकिंग के लिए स्पाइस जेट, एयरपोर्ट अधिकारी शहर के व्यापारियों, फैक्ट्री मालिकों, उद्योगपतियों से संपर्क करेंगे। औद्योगिक क्षेत्र पनकी, दादानगर, रनियां के अलावा जाजमऊ में टेनरी संचालकों की सूची तैयार की जा रही है।
इनका जुटाया जाएगा ब्योरा
-शहर में कुल कितने उद्योग, फैक्ट्रियां।
- कानपुर के आसपास जिलों व कस्बों मेें कितनी फैक्ट्रियां, उद्योग।
- सर्वाधिक किस माल का आयात या निर्यात कानपुर से होता है।
-महीने में कितना माल देश के किस प्रांत या जिले के लिए बुक होता है।
- लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट, दिल्ली एयरपोर्ट से भेजे जाने वाले माल पर कितना भाड़ा लिया जाता है।
-कितना माल कच्चा है जो खराब हो सकता है। - कितना माल ऐसा है जो बिना एसी के नहीं रखा जा सकता।
फ्लाइट पर कोई असर नहीं
कानपुर से दिल्ली, मुंबई और कोलकाता के लिए उड़ान भरने वाली फ्लाइट पर कारगो सेवा से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। एयरपोर्ट डायरेक्टर का कहना है कि अहिरवां एयरपोर्ट से बड़े विमानों का संचालन होगा और सिविल एयरपोर्ट से छोटे विमानों का, ये पहले ही तय हो चुका है।
बुधवार को एयरपोर्ट डायरेक्टर जमील खालिक की अध्यक्षता में अहिरवां एयरपोर्ट पर बैठक हुई जिसमें नागरिक उड्डयन मंत्रालय, स्पाइस जेट, अहिरवां एयरपोर्ट के अधिकारियों के बीच कारगो पर चर्चा हुई। बैठक में दिल्ली से आए डिप्टी जीएम कारगो एसआर मिश्रा, स्पाइस जेट के जसवंत सिंह रावत, रजत दीक्षित, अनिल कुनाल, एस. तिरकी, मनीष मिश्रा, सैयद इमरान अली शामिल हुए। तय हुआ कि सिविल एयरपोर्ट पर कारगो का हब बनेगा। ये भी तय हुआ कि एयरपोर्ट पर माल की चेकिंग के लिए दो अतिरिक्त एक्सरे मशीन लगेंगी।
कारोबारियों की सूची तैयार हो रही
माल बुकिंग के लिए स्पाइस जेट, एयरपोर्ट अधिकारी शहर के व्यापारियों, फैक्ट्री मालिकों, उद्योगपतियों से संपर्क करेंगे। औद्योगिक क्षेत्र पनकी, दादानगर, रनियां के अलावा जाजमऊ में टेनरी संचालकों की सूची तैयार की जा रही है।
इनका जुटाया जाएगा ब्योरा
-शहर में कुल कितने उद्योग, फैक्ट्रियां।
- कानपुर के आसपास जिलों व कस्बों मेें कितनी फैक्ट्रियां, उद्योग।
- सर्वाधिक किस माल का आयात या निर्यात कानपुर से होता है।
-महीने में कितना माल देश के किस प्रांत या जिले के लिए बुक होता है।
- लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट, दिल्ली एयरपोर्ट से भेजे जाने वाले माल पर कितना भाड़ा लिया जाता है।
-कितना माल कच्चा है जो खराब हो सकता है। - कितना माल ऐसा है जो बिना एसी के नहीं रखा जा सकता।
फ्लाइट पर कोई असर नहीं
कानपुर से दिल्ली, मुंबई और कोलकाता के लिए उड़ान भरने वाली फ्लाइट पर कारगो सेवा से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। एयरपोर्ट डायरेक्टर का कहना है कि अहिरवां एयरपोर्ट से बड़े विमानों का संचालन होगा और सिविल एयरपोर्ट से छोटे विमानों का, ये पहले ही तय हो चुका है।
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