आखिर सेशन हवालात में ऐसी क्या हुई बात कि एक बंदी ने दूसरे की गर्दन में मारी ब्लेड Kanpur News
पेशी से लौटते समय भी हुआ था विवाद अस्पताल में भर्तीपुलिस ने कहा खुद ही ब्लेड मार की जान देने की कोशिश
कानपुर, जेएनएन। न्यायालय में पेशी के बाद बुधवार दोपहर कचहरी की सेशन हवालात लौटकर आए बाबूपुरवा निवासी बंदी मो. वसीम का एक अन्य बंदी से विवाद हो गया। इस पर दूसरे बंदी ने वसीम की गर्दन पर ब्लेड से वार कर दिया। वसीम की गर्दन से खून बहता देख ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मियों के हाथ पैर फूल गए। उच्चाधिकारियों को सूचना देकर वे वसीम को उर्सला अस्पताल लाए, जहां से एलएलआर अस्पताल (हैलट) रेफर कर दिया गया। पुलिस अधिकारी बंदी के खुद ही ब्लेड मारने की बात कह रहे हैं।
वसीम को जीआरपी ने पांच माह पूर्व एनडीपीएस (मादक पदार्थ रखने) के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। बुधवार को कोर्ट में पेशी के बाद जब पुलिसकर्मी अन्य बंदियों के साथ उसे ला रहे थे, तभी एक बंदी से उसका झगड़ा हुआ। पुलिसकर्मियों ने सभी को हवालात में बंद कर दिया। वसीम का आरोप है कि हवालात के भीतर दूसरे बंदी ने लात घूंसे से पीटा और उसकी गर्दन पर ब्लेड मार दी। इस पर बाहर तैनात सिपाहियों ने आकर उसे बचाया और अस्पताल ले गए। सूचना पर सीओ कोतवाली व सीओ स्वरूप नगर फोर्स के साथ अस्पताल पहुंचे और बंदी से बात करने की कोशिश की लेकिन गर्दन पर पïट्टी बंधी होने से वह कुछ बोल नहीं पा रहा था। सीओ कोतवाली राजेश पांडेय का कहना है कि वसीम एडीजे 16 कोर्ट में पेशी पर आया था। हवालात के बाकी बंदियों से पूछताछ में सामने आया है कि वापस आने के बाद उसने खुद ही किसी धारदार हथियार से अपनी गर्दन पर वार करके जान देने की कोशिश की। वह नशे का लती भी रहा है। डॉक्टरों ने उसकी हालत खतरे से बाहर बताई है। उसके बयान लिये जाएंगे। अगर हमला किए जाने की बात सामने आई तो दोषियों पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।