सीटीईटी : पहली पाली में हिंदी और अंग्रेजी में व्याकरण के प्रश्न न देखकर अभ्यर्थी हुए निराश
शहर में 90 हजार परीक्षार्थियों के लिए 124 केंद्र बनाए गए। रविवार की सुबह से ही परीक्षा केंद्रों पर अभ्यर्थियों की भीड़ लगी रही।
By AbhishekEdited By: Published: Sun, 09 Dec 2018 02:25 PM (IST)Updated: Sun, 09 Dec 2018 02:25 PM (IST)
कानपुर, जेएनएन। केंद्रीय अध्यापक पात्रता परीक्षा (सीटीईटी) में शहर में पहली पाली में हिंदी और अंग्रेजी की व्याकरण ने अभ्यर्थियों को खासा परेशान किया। अभ्यर्थियों ने कहा कि इसमें पूरे अंक मिलने की संभावना रहती है लेकिन व्याकरण के कम प्रश्न होने से निराशा हुई। अब दूसरी पाली की परीक्षा से उम्मीद है।
सीटीईटी के लिए शहर में 90 हजार परीक्षार्थियों के लिए 124 केंद्र बनाए गए। इसमें 100 से अधिक सीबीएसई व अन्य यूपी बोर्ड के स्कूल शामिल हैं। रविवार की सुबह से ही परीक्षा केंद्रों पर अभ्यर्थियों की भीड़ लगी रही। सुबह साढ़े नौ बजे से शुरू परीक्षा के लिए सघन तलाशी के बाद अभ्यार्थियों को प्रवेश दिया गया। हाथ में पहनी घड़ी भी उतरवा ली गई और मोबाइल फोन भी बाहर ही जमा कराए गए।
सुबह की पाली की परीक्षा दोपहर 12 बजे खत्म हुई। अंग्रेजी और हिंदी में व्याकरण के प्रश्न कम आने से अभ्यर्थियों की माथे पर चिंता की लकीरें दिखाई दीं। बांदा निवासी दिलशाद खान ने बताया कि अंग्रेजी के पेपर को देख उस समय चिंता हुई जब ग्रामर के प्रश्न ही नहीं दिखाई दिए। महोबा निवासी अजय राय ने कहा कि हिंदी के पेपर में भी व्याकरण के प्रश्न न होने से निराशा हुई। परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा के मद्देनजर पर्याप्त फोर्स तैनात रहा।
सीटीईटी के लिए शहर में 90 हजार परीक्षार्थियों के लिए 124 केंद्र बनाए गए। इसमें 100 से अधिक सीबीएसई व अन्य यूपी बोर्ड के स्कूल शामिल हैं। रविवार की सुबह से ही परीक्षा केंद्रों पर अभ्यर्थियों की भीड़ लगी रही। सुबह साढ़े नौ बजे से शुरू परीक्षा के लिए सघन तलाशी के बाद अभ्यार्थियों को प्रवेश दिया गया। हाथ में पहनी घड़ी भी उतरवा ली गई और मोबाइल फोन भी बाहर ही जमा कराए गए।
सुबह की पाली की परीक्षा दोपहर 12 बजे खत्म हुई। अंग्रेजी और हिंदी में व्याकरण के प्रश्न कम आने से अभ्यर्थियों की माथे पर चिंता की लकीरें दिखाई दीं। बांदा निवासी दिलशाद खान ने बताया कि अंग्रेजी के पेपर को देख उस समय चिंता हुई जब ग्रामर के प्रश्न ही नहीं दिखाई दिए। महोबा निवासी अजय राय ने कहा कि हिंदी के पेपर में भी व्याकरण के प्रश्न न होने से निराशा हुई। परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा के मद्देनजर पर्याप्त फोर्स तैनात रहा।
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