कानपुर सीएए हिंसा : मास्टर माइंड अफजाल राजस्थान में गिरफ्तार, पचास हजार का था इनाम
CAA Violence in Kanpur कानपुर में दिसंबर 2019 में सीएए के विरोध में हिंसा व आगजनी हुई थी और पुलिस की गोलीबारी में तीन लोगों की जान चली गई थी। अफजाल जयपुर में नाम व पहचान बदलकर रह रहा था। पुलिस अबतक 27 आरोपितों को जेल भेज चुकी है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। बाबूपुरवा में हुई हिंसा और आगजनी का मास्टर माइंड 50 हजार रुपये के इनामी अफजाल को स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने गिरफ्तार कर लिया है। वह नाम व पहचान बदलकर राजस्थान के जयपुर के मुरलीपुर में छिपा था। वहीं पर कारोबार भी जमा लिया था। गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ ने इसकी कुंडली खंगाली तो उसके शातिर अपराधी होने की बात पता चली। उसपर शहर के विभिन्न थानों में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) सहित गंभीर धाराओं में 29 मुकदमे दर्ज हैं। सीएए बवाल में फरारी के चलते उसके खिलाफ 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। खास बात यह है कि उसकी गिरफ्तारी उसी दिन हुई, जिस दिन दो साल पहले बाबूपुरवा में पुलिस के साथ खूनी संघर्ष हुआ था।
बाबूपुरवा में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में 20 दिसंबर, 2019 को उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव, फायङ्क्षरग, एसिड बम फेंककर हिंसा की थी। कई वाहन फूंक दिए थे। ङ्क्षहसक भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को गोली चलानी पड़ी थी, जिसमें रईस, सैफ और आफताब की मौत हो गई थी। हालांकि, पुलिस यही दावा करती है कि जो लोग मारे गए, वह आपसी गोलीबारी का शिकार हुए थे। पुलिस ने उसी रात बाबूपुरवा के परवेज आलम, शाहजाद आलम, आदिल और उसके भाई मुस्तकीम व पांच सौ से ज्यादा अज्ञात के खिलाफ बलवा (धारा 147), हत्या (धारा 302), सेवन सीएलए आदि गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की थी। पुलिस दो साल में चार नामजद और प्रकाश में आए 27 आरोपितों को जेल भेज चुकी है।
बाबूपुरवा हिंसा में दो नए नाम प्रकाश में आए हैं, जिनकी पहचान अनवरगंज कुलीबाजार निवासी अफजाल उर्फ राजू और बाबूपुरवा निवासी मुन्ना उर्फ चुन्नू के रूप में हुई। सोमवार को एसटीएफ की टीम ने एएसपी विशाल विक्रम ङ्क्षसह और इंस्पेक्टर लान ङ्क्षसह के नेतृत्व में पश्चिम जयपुर के मुरलीपुरा से अफजाल को गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक, अफजाल वहां जावेद के नाम से होजरी का कारोबार कर रहा था। उसने नाम के साथ कानपुर से जुड़ी पूरी पहचान बदल ली थी। फर्जी नाम से आधार कार्ड, बैंक खाता, मतदाता पहचान पत्र हासिल कर लिए थे। पुलिस ने लंबी पूछताछ के बाद उसे जेल भेज दिया है।