हो जाएं सावधान, स्टेटिक टीम के नाम पर इस तरह ठगा गया हमीरपुर का एक व्यापारी
अफीमकोठी चौराहे पर सरेआम खुद को स्टेटिक टीम बता हमीरपुर के व्यापारी से 45 हजार रुपये ले गए टप्पेबाज
कानपुर, जेएनएन। आचार संहिता लागू होने पर जारी चेकिंग को अब टप्पेबाज भी वारदातों को अंजाम देने में सहारा बनाने लगे हैं। गुरुवार को अफीमकोठी चौराहे पर खुद को स्टेटिक टीम का अधिकारी बताकर दो युवक सरेआम हमीरपुर के बुजुर्ग व्यापारी से 45 हजार रुपये लेकर फरार हो गए। यह तब हुआ जब स्टेटिक टीम भी पचास हजार रुपये कम रकम पर पूछताछ नहीं करती है। इससे साफ है कि बुजुर्ग व्यापारी जागरूकता के अभाव में टप्पेबाजों के झांसे में आ गया। व्यापारियों ने हंगामा कर टप्पेबाजों को पकडऩे की मांग की।
हमीरपुर के व्यापारी ऊदल सिंह ने बताया कि वह उरई होते हुए रोडवेज बस से दुकान के लिए माल खरीदने शहर आ रहे थे। अफीमकोठी चौराहे पर दो व्यक्तियों ने उसे रोक लिया। एक की करीब 55 वर्ष का होगा और दूसरे उम्र करीब 35 वर्ष होगी। युवक ने उससे कहा कि आचार संहिता चल रही है, अपना बैग चेक कराओ, आगे बड़े साहब भी चेकिंग कर रहे हैं। उसकी बात सुनकर वह सकपका गये और बैग उन्हें दे दिया। बैग में कुछ न मिलने पर अधेड़ व्यक्ति ने पूछा की पैसा कहां है और तलाशी लेने लगे। कमर में बंधी रकम निकलवाई और गिनते हुए दो हजार वाले नोट चेक किये।
इसके बाद सारी रकम बैग में रखने लगे और कहा जाओ आगे कोई चेक करें तो कह देना कि पीछे वाले साहब ने चेक कर लिया है। इसके बाद वह आगे बढ़े तो संदेह होने पर बैग खोला तो रकम नहीं थी। इसपर तुरंत पीछे लौटे लेकिन शातिर टप्पेबाज गायब हो चुके थे। उन्होंने पुलिस व परिचित व्यापारी को घटना की जानकारी दी। व्यापार संघ के पदाधिकारी आ गये और हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने पास ही एक कार शोरूम में लगे सीसी कैमरों की फुटेज देखकर टप्पेबाजों की पहचान शुरू की है। व्यापारी नेता विनोद गुप्ता, शेषनारायण त्रिवेदी ने कहा कि अब स्टेटिक टीम के नाम पर भी टप्पेबाजी होने लगी है, ऐसे में अब व्यापारी सुरक्षा कैसे करें। रायपुरवा इंस्पेक्टर जयप्रकाश पाल ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज देखकर टप्पेबाजों का पता लगाया जा रहा है।