स्वास्थ्य क्षेत्र का बजट बढ़ते ही कानपुर के हैलट में ट्रामा सेंटर की जगी उम्मीद, जानें - कैसा है प्रस्ताव
Budget 2021 कोरोना महामारी के चलते इसका प्रस्ताव केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में लंबित है।आम बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र में 137 फीसद राशि बढ़ाए जाने से जगी आशा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में लंबित है प्रस्ताव कोरोना महामारी की वजह से लगा था ब्रेक।
कानपुर, जेएनएन। स्वास्थ्य क्षेत्र का बजट 137 फीसद राशि बढ़ाए जाने से जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के हैलट अस्पताल में एपेक्स ट्रामा सेंटर की उम्मीद जगी है। यहां एयर एंबुलेंस की सुविधा भी उपलब्ध होगी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से इसके 273 करोड़ रुपये के प्रस्ताव पर मुहर लग सकती है। कोरोना महामारी के चलते इसका प्रस्ताव केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में लंबित है। ऐसा सेंटर अभी सिर्फ अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स दिल्ली) और वाराणसी के बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में ही है। इस अत्याधुनिक ट्रामा सेंटर की छत पर हैलीपैड भी बनेगा।
वर्ष 2019 में ही केंद्र सरकार ने एपेक्स ट्रामा सेंटर की स्थापना के लिए सैद्धांतिक सहमति प्रदान की थी। उसी दौरान राज्य सरकार को लेवल-टू ट्रामा सेंटर के लिए दिए गए बजट की याद आ गई। इस पर अपर प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ. रजनीश दुबे ने महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा से उसका विवरण तलब कर लिया। इस वजह से यहां का एपेक्स ट्रामा सेंटर अटक गया। अब सभी औपचारिकताएं पूरी की जा चुकी हैं।
यह है प्रस्ताव
- सात मंजिला बनेगा एपेक्स ट्रामा सेंटर।
- सातवीं मंजिल की छत पर बनेगा हैलीपैड।
बेसमेंट : डॉक्टरों, एंबुलेंस एवं मरीजों के वाहनों की पार्किंग।
भूतल : ट्रामा इमरजेंसी, जहां गंभीर मरीज सीधे आएंगे, प्राइमरी मैनेजमेंट, रेडियोडायग्नोस्टिक ब्लॉक होगा।
प्रथम तल : इमरजेंसी मेडिसिन विभाग, उसके वार्ड एवं प्राइवेट रूम।
द्वितीय तल : जनरल सर्जरी विभाग, उसके वार्ड एवं प्राइवेट रूम।
तृतीय तल : आर्थोपेडिक विभाग, डॉक्टरों के कक्ष, वार्ड एवं प्राइवेट रूम।
चौथा तल : कार्डियक वेस्कुलर थोरेसिक सर्जरी (सीवीटीएस) विभाग, डॉक्टरों के कक्ष, वार्ड एवं प्राइवेट रूम।
पंचम तल : ऑपरेशन थियेटर, एनस्थीसियोलॉजी विभाग एवं आइसीयू होगा।
छठा तल : सेमिनार हॉल, कैफेटेरिया, एसआर एवं जेआर के कक्ष।
इनका ये है कहना
मेडिकल कॉलेज में एपेक्स ट्रामा सेंटर की स्थापना के लिए शासन के माध्यम से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा गया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) से इस प्रोजेक्ट को 273 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है। इस बार स्वास्थ्य क्षेत्र का बजट सरकार ने काफी बढ़ा दिया है। शासन ने पूर्व में मिले बजट की रिपोर्ट मांगी थी। उस बजट में शेष राशि 24 लाख रुपये वापस भी कर दिए गए हैं। - प्रो. आरबी कमल, प्राचार्य, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज।